दिल्ली: पूरी दिल्ली में मंडराता कोरोना का साया एक बार फिर तिहाड़ जेल पर भी पड़ गया है. मात्र 12 दिनों के भीतर तिहाड़ जेल के 68 कैदी और 11 जेलकर्मी कोरोना की चपेट में आ गए हैं. इनमें मंडोली जेल की जेल अधीक्षक समेत तिहाड़ जेल के 2 डॉक्टर भी शामिल हैं. ऐसे में तिहाड़ जेल के भीतर कैदियों के परिजनों से होने वाली आमने-सामने की मुलाकातों पर प्रतिबंध और बढ़ाया जा सकता है. यह प्रतिबंध अभी तक 15 अप्रैल तक लागू था.
तिहाड़ जेल महानिदेशक संदीप गोयल के मुताबिक दिल्ली में लगातार बढ़ रहे कोरोना ग्राफ को देखते हुए तिहाड़ की सभी जिलों में विशेष सावधानी बरती जा रही है और इस सावधानी के तहत यदि किसी कैदी या जेलकर्मी को थोड़े से भी लक्षण सामने आते हैं तो तत्काल उनका टेस्ट कराया जाता है. अगर उनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आती है तो उन्हें आइसोलेट कर दिया जाता है और जरूरत पड़ने पर अस्पताल में भर्ती भी कराया जाता है.
तिहाड़ जेल महानिदेशक के मुताबिक 14 अप्रैल 2021 तक के ताजा आंकड़ों के मुताबिक तिहाड़ जेल में अब तक कुल 190 कैदियों को कोरोना हुआ. इनमें से दो कैदियों की मौत हो गई जबकि वर्तमान में 67 कैदी अभी भी कोरोना पीड़ित है. वहीं 2 अप्रैल 2021 को कोरोना पीड़ितों की संख्या मात्र 10 थी. इसी प्रकार 2 अप्रैल 2021 को तिहाड़ जेल में एक भी जेलकर्मी को कोरोना वायरस नहीं था.
जेलकर्मी भी कोरोना संक्रमित
कोरोना काल के दौरान 2 अप्रैल तक कुल 293 जेल कर्मचारियों को कोरोना वायरस हुआ था लेकिन वह सभी ठीक हो गए थे. इसके बाद कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच मात्र 12 दिनों में तिहाड़ जेल के 11 जेलकर्मी कोरोना पीड़ित हो गए हैं. जिनमें मंडोली जेल नंबर 12 की जेल अधीक्षक अनीता दयाल समेत जेल के 2 डॉक्टर भी शामिल है.
वहीं तिहाड़ जेल प्रशासन ने कोरोना खतरे के मद्देनजर तिहाड़ जेल में 5 अप्रैल से कैदियों के परिजनों से आमने-सामने होने वाली मुलाकातों पर रोक लगा दी थी. उस समय तिहाड़ जेल प्रशासन ने कहा था कि इस आदेश की 15 दिनों बाद समीक्षा की जाएगी और अगर हालात बेहतर होंगे तो कैदियों और उनके परिजनों की मुलाकातें फिर से प्रारंभ करा दी जाएंगी.