पटनाः सोमवार को फिर से जनता दरबार लगने जा रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर से जनता के दरबार कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे. सुबह 10:30 बजे से मुख्यमंत्री आम लोगों की शिकायतें सुनेंगे. कोरोना प्रोटोकॉल की वजह से इस बार का जनता दरबार थोड़ा अलग है. मोबाइल एप से शिकायतें मगाई गई हैं. अधिकतम 300 से 400 लोगों की शिकायतें सुनी जाएंगी.
लोगों की जांच के लिए गेट पर लगाए गए डॉक्टर
मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित संवाद कक्ष में जनता के दरबार में विशेष रूप से संरचना का निर्माण कराया गया है. संवाद कक्ष के चार नंबर गेट पर जनता दरबार में पहुंचे लोगों की जांच के लिए डॉक्टरों को लगाया गया है. यहां उनकी थर्मल स्क्रीनिंग होगी. जनता दरबार में आने के पहले संबंधित जिला प्रशासन द्वारा आवेदक का आरटी-पीसीआर जांच अनिवार्य रूप से कराना है. इसके आधार पर ही जनता दरबार में एंट्री मिल सकेगी.
एनएनआई, पीटीआई और यूएनआई को अनुमति
वहीं दूसरी ओर इस जनता दरबार में मीडिया के कर्मियों की एंट्री पर रोक लगा दी गई है. केवल एएनआई, पीटीआई और यूएनआई को ही प्रवेश की अनुमति दी गई है. अन्य मीडियाकर्मियों को कोविड प्रोटोकॉल का हवाला दिया गया है. इस कार्यक्रम की वेबकास्टिंग बेल्ट्रॉन के माध्यम की जाएगी. यह व्यवस्था कोविड महामारी अवधि तक के लिए ही है.
आज सुने जाएंगे इन विभागों से जुड़े मामले
स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण, पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण, विज्ञान एवं प्रौद्योगिक, सूचना प्रौद्योगिक, कला संस्कृति और युवा, वित्त, श्रम संसाधन एवं सामान्य प्रशासन से जुड़े विभागों के मामलों में आम लोगों की शिकायतें सुनी जाएंगी.