नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश के लखीमपुर जिले में रविवार को हुई हिंसा में किसानों की मौत को लेकर सियासत जारी है. इस मामले में यूपी सरकार ने किसानों की सारी मांगें मान ली हैं. यूपी पुलिस ने केंद्रीय मंत्री के बेटे के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है, लेकिन अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है. इस पर कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने मंगलवार को कहा कि बुधवार तक अगर केंद्रीय मंत्री के बेटे की गिरफ्तारी नहीं हुई तो पंजाब कांग्रेस लखीमपुर खीरी तक मार्च करेगी. इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को रिहा करने के लिए भी कहा है.
सिद्धू ने ट्वीट करते हुए लिखा है, ‘किसानों की हत्या के पीछे जिस केंद्रीय मंत्री के बेटे का हाथ है, उसे बुधवार तक गिरफ्तार नहीं किया गया और किसानों के हक में लड़ रहीं गैरकानूनी रूप से गिरफ्तार की गईं हमारी नेता प्रियंका गांधी को रिहा नहीं किया गया तो पंजाब कांग्रेस लखीमपुर खीरी तक मार्च करेगी.’
बता दें, सोमवार को भी इस घटना के खिलाफ सिद्धू ने पार्टी के कई विधायकों के साथ चंडीगढ़ में राजभवन के बाहर प्रदर्शन किया था. सिद्धू, मदनलाल जलालपुर, गुरप्रीत सिंह समेत कांग्रेस के अन्य विधायक और पंजाब युवा कांग्रेस के कई सदस्य राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित के आवास के बाहर धरने पर बैठ थे और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ नारेबाजी की थी. उन्होंने लखीमपुर खीरी में हुई घटना में कथित संलिप्तता के लिए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे की गिरफ्तारी की मांग की थी.
वहीं, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को सोमवार को यूपी सरकार ने लखीमपुर खीरी जाने की अनुमति देने से इनकार कर दिया, जबकि उप मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा और कांग्रेस के कुछ विधायकों को हरियाणा-उत्तर प्रदेश सीमा के पास रोकने के बाद उन्हें ‘हिरासत’ में ले लिया गया था.
बता दें, उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों पर गाड़ी चढ़ा दी गई थी. इस हादसे में चार किसानों सहित आठ लोगों की मौत हो गई थी. जिसके बाद पूरे देश में किसानों ने प्रदर्शन किया था. वहीं, सभी पार्टियों के नेताओं ने लखीमपुर पहुंचने की कोशिश की, लेकिन यूपी सरकार ने किसी भी नेता को वहां नहीं पहुंचने दिया.