लखनऊ: समाजवादी पार्टी (SP) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने शनिवार को कहा कि जिस तरह से सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) के लोग सपा में शामिल हो रहे हैं उसके मद्देनजर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) को अपना नारा ”मेरा परिवार भाजपा परिवार” के बजाय ”मेरा परिवार भागता परिवार” करना पड़ेगा. भाजपा विधायक राकेश राठौर और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से निलंबित छह विधायकों के सपा में शामिल होने के अवसर पर यादव ने संवाददाताओं से कहा, “राकेश राठौर जी के पार्टी में शामिल होने के बाद हो सकता है मुख्यमंत्री जी अपना नारा बदल दें. इसे मेरा परिवार, भाजपा परिवार के बजाय मेरा परिवार, भागता परिवार कर दें.”
”उत्तर प्रदेश से भाजपा का सफाया होगा”
उन्होंने दावा किया, “जनता इतनी दुखी है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश से भाजपा का सफाया होगा. मैंने जो कहा है कि यह नारा बदलेगा और भाजपा परिवार भागता परिवार ही दिखाई देगा.” यादव की मौजूदगी में सीतापुर सदर से भाजपा विधायक राकेश राठौर और बसपा विधायकों- असलम राइनी (भिनगा), सुषमा पटेल (मड़ियाहूं), हर गोविंद भार्गव (सिधौली), हाकम लाल बिंद (हंडिया) मुजतबा सिद्दीकी (फूलपुर) और असलम अली चौधरी (धौलाना) ने सपा की सदस्यता ग्रहण की. उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले सपा में दूसरी पार्टियों से आये लोगों का शामिल होना जारी है.
”सपा की सरकार बनने जा रही है”
कांग्रेस के पूर्व राज्यसभा सदस्य हरेन्द्र मलिक और उनके पूर्व विधायक पुत्र पंकज मलिक हाल में सपा में शामिल हुए थे. बसपा विधायक और पूर्व मंत्री लालजी वर्मा और रामअचल राजभर भी सपा में शामिल होने का ऐलान कर चुके हैं. सपा ने पूर्वांचल के राजभर मतदाताओं में पैठ रखने वाली सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी से गठबंधन किया. पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर की अगुवाई वाली इस पार्टी ने वर्ष 2017 का पिछला विधानसभा चुनाव भाजपा के साथ मिलकर लड़ा था. इस वक्त उसके चार विधायक हैं. यादव ने किसी का नाम लिए बगैर कहा, “आने वाले समय में सपा की सरकार बनने जा रही है. इस वक्त जो सरकार में हैं उनसे मेरा निवेदन है कि वे दीवाली का त्यौहार मनाएं और अपने घर की सफाई अच्छे से करा लें, जिससे वहां धुएं के निशान मिट जाएं.”
”जनता से किया गया एक भी वादा पूरा नहीं”
सपा अध्यक्ष ने 2017 के विधानसभा चुनाव के वक्त के भाजपा के अपने संकल्प पत्र के पन्ने पलटते हुए कहा, “कल भाजपा के मंच से कहा गया कि उसने अपने चुनाव घोषणा पत्र के 90 फीसद तक वादे पूरे कर दिए हैं और बाकी बचे हुए दो महीने में पूरे हो जाएंगे. मुझे लगता है कि भाजपा ने एक बार लोक कल्याण संकल्प पत्र बनाया और उसके बाद उसे कूड़ेदान में फेंक दिया.” उन्होंने दावा किया, “भाजपा के संकल्प पत्र का कोई भी पन्ना आप पलट लीजिए. जनता से किया गया एक भी वादा पूरा नहीं हुआ है. इस चुनाव घोषणापत्र में सबसे पहली बात कही गई थी कि 2022 तक किसानों की कृषि आमदनी दोगुनी करने के लिए विस्तृत रोडमैप तैयार किया जाएगा. आज उत्तर प्रदेश का किसान जानना चाहता है कि आखिरकार आय कब दोगुनी होगी.”
भाजपा पर शिक्षण संस्थानों को चौपट करने का आरोप
पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि बुंदेलखंड के लोगों ने सबसे ज्यादा भाजपा पर भरोसा किया लेकिन भाजपा सरकार ने सबसे ज्यादा विश्वासघात उन्हीं के साथ किया. उन्होंने भाजपा पर शिक्षण संस्थानों को चौपट करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इन संस्थानों में एक खास तरह की सोच के लोगों को बैठा दिया गया है ताकि बरसों बरस उसी सोच के लोग भर्ती होते रहें, इससे बड़ा नुकसान और कुछ नहीं हो सकता है. सपा प्रमुख ने एक सवाल पर कहा कि जो नौजवान रोजगार मांगने आया उसे भाजपा सरकार ने लाठी मारकर वापस भेजा है, ऐसे में इस बार नौजवान वोट के जरिए भाजपा का सफाया करेगा.
भाजपा के साथ-साथ कांग्रेस पर भी बरसे अखिलेश
उन्होंने एक अन्य सवाल पर कहा कि भाजपा को अगर ज्यादा देर सत्ता में रहने का मौका मिला तो वह सरकार को भी आउट सोर्स कर देगी. यादव ने एक सवाल के जवाब में कहा कि कांग्रेस और भाजपा के बारे में समाजवादियों का यही मानना है कि जो कांग्रेस है, वही भाजपा है और जो भाजपा है वही कांग्रेस है. सपा अध्यक्ष ने लखीमपुर खीरी कांड मामले के बाद विवादों से घिरे केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा की शुक्रवार को लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ मौजूदगी का जिक्र किया. उन्होंने कहा, “गाड़ी से किसानों को कुचलने की तस्वीरें किसने नहीं देखी. वह वीडियो भी देख लीजिए जिसमें मंत्री ने धमकाया. उस मंत्री को अमित शाह के साथ मंच पर सम्मान दिया जा रहा है.”