केंद्र सरकार को निशाने पर लेते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री ने अरविन्द केजरीवाल ने आरोप लगाया है कि अब बातों की राजनीती करना बंद करे. केंद्र सरकार कोई ठोस कदम क्यों नहीं उठा रही है. केजरीवाल ने कहा है कि “प्रधानमंत्री जी इतनी बड़ी-बड़ी बातें करते थे, कहते थे Love Letter लिखने से काम नहीं चलेगा, उनको उनकी भाषा मे जवाब देना होगा, तो दीजिये न, दो अब उनकी भाषा मे जवाब. आप जन्मदिन पर उनके यहां केक काटने जाते हो, उससे जवानों के साथ हो रही बर्बरता रुकेगी”
न्यूयोर्क में होने जा रही सम्मेलन में भारत-पाक के विदेश मंत्रालय की मीटिंग पर भी सवालिया निशान पैदा हो रहा है. एक तरफ पाकिस्तान अपने हरकतों से बाज़ नहीं आ रहा वहीं दूसरी तरफ शांतिवार्ता की अपील करता है. पाकिस्तान जैसे धोखेबाज़ देश से शांति की अपील करना बेईमानी होगी. अब तो भारत सरकार को इस पर सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है.
आपको बता दे की आज सुबह ही जम्मू-कश्मीर के शोपियां में दो एसपीओ और एक कांस्टेबल को किडनैप करने के बाद हत्या कर दी गई है. कहा जा रहा है की गुरुवार की देर रात आतंकियों ने तीन पुलिसकर्मियों का अपहरण कर लिया था और उनकी हत्या कर दी गई है. सभी शहीद पुलिसकर्मियों के शव बरामद कर लिए गए हैं जबकि कुछ देर बाद ही आतंकियों ने एक पुलिसकर्मी को छोड़ दिया है. आपको बता दे आतंकी जम्मू कश्मीर में होने जा रहे पंचायत चुनाव का विरोध कर रहे हैं. चुनाव में पुलिस कर्मियों को ड्यूटी करने रोकने और उन्हें डराने के लिए आतंकी इस तरह के कदम उठा रहे हैं. बताया जा रहा है कि मंगलवार को आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों को इस्तीफा देने या मरने के लिए तैयार रहने की धमकी दी थी.
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी केंद्र सरकार पर आरोप लगाया.
रविवार को ही चुनाव आयोग ने राज्य में पंचायत चुनावों की घोषणा की. चुनाव आयोग ने बताया कि चुनाव नौ चरणों में कराए जाएंगे. पूरी चुनावी प्रक्रिया 17 नवम्बर से 17 दिसम्बर तक पूरी करनी है. नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी चुनावों का बहिस्कार किया है. इसके समर्थन में कई अन्य दल भी आ चुके हैं. बीजेपी और कांग्रेस को छोड़ दें तो अभी तक कोई बड़ा दल चुनाव में नहीं है.