योगी सरकार (Yogi Government) में बिजली विभाग (Electricity Department) में काम करने वाले भ्रष्ट इंजीनियरों (Corrupt Engineers) को सस्पेंड नहीं बल्कि इस बार बर्खास्त कर दिया गया है. बर्ख़ास्तगी के साथ साथ इनसे सरकार को हुए आर्थिक नुकसान के बदले वसूली करने का भी फैसला हुआ है.
नोएडा और ग्रेटर नोएडा में गलत तरीके से टेंपरेरी कनेक्शन देकर बिजली विभाग को करोड़ों की चपत लगाने वाले तीन इंजीनियरों को बर्खास्त कर दिया गया है. इसमें एक अधिशासी अभियंता, एक एसडीओ और एक जूनियर इंजीनियर शामिल है.
कौन हैं बर्खास्त किए गये इंजीनियर्स?
इसके अलावा 14 इंजीनियरों को दंड देते हुए वेतन वृद्धि पर रोक लगा दी गई है. सोमवार को पावर कॉरपोरेशन चेयरमैन एम देवराज ने इसके आदेश जारी कर दिए. बर्खास्त किए गए इंजीनियरों में अधिशासी अभियंता प्रभात कुमार सिंह, तत्कालीन उपखंड अधिकारी चन्द्रवीर और तत्कालीन जूनियर इंजीनियर विशाल शर्मा शामिल हैं.
दोषी इंजीनियरों से की जाएगी वसूली
सेवा से बर्खास्त किए गए इंजीनियरों से वसूली भी की जाएगी. अधिशासी अभियंता प्रभात कुमार सिंह से 34 लाख 69,306 रुपये की वसूली के आदेश पावर कॉरपोरेशन चेयरमैन ने दिए हैं. इसके अलावा एसडीओ चन्द्रवीर से 26 लाख 98909 रुपये और जेई विशाल शर्मा से 23 लाख 17,508 रुपये की वसूली की जाएगी. ये वसूली बिजली विभाग को हुई राजस्व हानि के एवज में की जाएगी.
बिल्डर को दिए थे टेंपरेरी कनेक्शन
इन इंजीनियर ने बिल्डर को नोएडा (Noida) और ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) में बिल्डर और इंडस्ट्री को अनियमितता बरतते हुए टेंपरेरी कनेक्शन दिए गए थे. जिसकी जांच पावर कॉरपोरेशन (Power Corporation) चेयरमैन ने करवाई थी. इस प्रकरण की जांच के लिए एक कमेटी बनाई गई थी.