मानसून सत्र से पहले फ्लोर लीडर्स की हुई बैठक, सरकार ने सहयोग का किया अनुरोध

सोमवार से शुरू हो रहे संसद के मानसून सत्र से पहले आज राज्य सभा (Rajya Sabha) के सभापति एम वेंकैया नायडू (Venkaiah Naidu) ने विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ बैठक की. ये बैठक उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के आधिकारिक आवास पर हुई. विभिन्न दलों के नेता और केंद्रीय मंत्री इस बैठक में शामिल हुए. बैठक में वेंकैया नायडू ने सभी दलों से सदन को सुचारू रूप से चलाने में मदद की अपील की. 

बता दें कि, सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलना सुनिश्चित करने के लिए इस तरह की सर्वदलीय बैठकें सत्र शुरू होने से पहले बुलाई जाती हैं. केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने बैठक के बाद कहा कि, “संसद के सुचारू संचालन के लिए सभी पक्षों से सहयोग का अनुरोध किया गया है.” वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि, “सरकार संसद में अच्छी चर्चा चाहती है. इसलिए सभी दल सहयोग करें.” 

केंद्रीय संसदीय कार्य ने दी सत्र को लेकर जानकारी

फ्लोर लीडर्स की इस बैठक में केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने बताया कि मानसून सत्र 18 जुलाई शुरू होगा और सरकारी कामकाज की अत्यावश्यकताओं के अधीन, सत्र शुक्रवार, 12 अगस्त, 2022 को समाप्त हो सकता है. सत्र 26 दिनों की अवधि में कुल 18 बैठकें प्रदान करेगा. केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि सरकार किसी भी मुद्दे पर संबंधित पीठासीन अधिकारियों द्वारा प्रक्रिया के नियमों के तहत अनुमति के अनुसार सदन के पटल पर चर्चा के लिए हमेशा तैयार है. उन्होंने सभी पार्टी नेताओं से संसद के दोनों सदनों के सुचारू कामकाज के लिए सक्रिय सहयोग और समर्थन का भी अनुरोध किया. बैठक में केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल भी मौजूद रहे. 

राजनाथ सिंह ने भागीदारी के लिए किया धन्यवाद

सभी दलों के नेताओं द्वारा उठाए गए मुद्दों को सुनने के बाद केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बैठक में सक्रिय और प्रभावी भागीदारी के लिए नेताओं को धन्यवाद दिया. उन्होंने ये भी कहा कि संसद में सामान्य विधायी कार्य के अलावा तत्काल सार्वजनिक महत्व के मामलों पर चर्चा करने के लिए सरकार द्वारा आवश्यक प्रयास किए जाएंगे. इस बैठक में शरद पवार, जयंत चौधरी, संजय राउत, संजय सिंह, राम गोपाल यादव समेत 37 से ज्यादा सांसद मौजूद रहे. 

बैठक में ये दल रहे मौजूद

बैठक में बीजेपी (BJP) के अलावा 35 दल मौजूद थे, जिनमें कांग्रेस (Congress), डीएमके, एआईटीसी, वाईएसआरसीपी, एसएस, जद (यू), बीजेडी, बसपा, टीआरएस, एलजेएसपी, एनसीपी, एसपी, सीपीआई (एम), आईयूएमएल, टीडीपी शामिल थे. वहीं अपना दल, भाकपा, एनपीएफ, शिअद, रालोद, आप, आजसू, अन्नाद्रमुक, केसी (एम), एमएनएफ, एनडीपीपी, आरएसपी, वीसीके, आरपीआई (ए), राजद, एनपीपी, एमडीएमके, यूपीपी (एल), एजीपी और आरएलपी भी बैठक में मौजूद रहे. 

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