दिल्ली: मीडिया रिपोर्ट (Media Report) में दावा किया जा रहा है कि दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) ने 2022-23 एकेडमिक सेशन (Acedemic Session) में कई नए सेक्शन जोड़े हैं, जिसके चलते स्टूडेंट्स की फीस 400 रुपये तक बढ़ेगी. आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के यूनिवर्सिटी फंड (University Fund) के लिए 100 रुपये बढ़ाए गए हैं. डीयू ने यूनिवर्सिटी डवलपमेंट फंड (Development Fund) के तहत फीस 600 रुपये से बढ़ाकर 900 रुपये कर दी है. हालांकि इन सभी खबरों को सिरे से खारिज करते हुए दिल्ली विश्वविद्यालय (DU)के रजिस्ट्रार विकास (Registrar Vikas Gupta) गुप्ता एबीपी न्यूज से एक्सक्लूसिव बातचीत में कहते हैं कि दिल्ली विश्वविद्यालय ने फीस में किसी तरह की बढ़ोतरी नहीं की है.
उन्होंने बताया कि दिल्ली यूनिवर्सिटी ने केवल फीस के स्ट्रक्चर को बदला है. पहले 20 हेड्स में फीस ली जाती थी जिसे अब 9 हेड्स में लिया जाएगा. ट्यूशन फीस समेत किसी भी फीस को नहीं बढ़ाया गया है. DU प्रशासन का फीस बढ़ाने को लेकर फिलहाल कोई विचार नहीं है. साथ ही कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में चल DU फीस बढ़ोतरी की खबरें पूरी तरह से गलत और निराधार हैं, DU प्रशासन ने ऐसा कोई आदेश नहीं जारी किया है.
EWS छात्रों नहीं लेंगे डेवलेपमेंट फीस
आर्थिक रूप से कमज़ोर वर्ग में पढ़ने वाले छात्रों की फीस डीयू के सभी छात्रों की फीस में से 100 रुपए की राशि जोड़ कर इस्तेमाल में लाई जाती है जिसे पूरी तरह से कमज़ोर वर्ग के लिए इस्तेमाल किया जाएगा और इस राशि से डेवलपमेंट फीस भी नही ली जाएगी.
DU में फिर से फिजिकल मोड में होगी परीक्षा
दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार पांचवें और सातवें सेमेस्टर (5th and 7th Semester) के छात्रों (Students) के लिए थ्योरी परीक्षा 30 नवंबर से शुरू होगी और तैयारियों के लिए छुट्टियां 16 नवंबर से शुरू हो जाएंगी. डीयू (DU) ने मई और जून में होने वाले सभी ग्रेजुएट (Greduate) और पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम (PG Programme) के लिए फिजिकल मोड (Physical Mode) में इंटरनल एग्जाम (Internal Exam) आयोजित किए थे. दो साल में यह पहली बार था जब दिल्ली विश्वविद्यालय ने परीक्षा को फिजिकल मोड में फिर से शुरू किया.