सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में आज कई अहम मुद्दों पर सुनवाई होनी है. जिसमें पेगासस जासूसी मामले की सुनवाई सबसे अहम मानी जा रही है. दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने पेगासस जासूसी (Pegasus Spy) मामले के जांच कर रही एक टेक्निकल कमेटी को मई में 4 हफ्तों का समय देते हुए अंतिम रिपोर्ट सौंपने को कहा था. इस मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस रमना (Chief Justice Ramana), जस्टिस सूर्यकांत और हिमा कोहली की बेंच कर रही है.
दरअसल फोन हैक कर भारत के राजनेताओं, पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की जासूसी किए जाने वाले पेगासस जासूसी मामले की आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने जांच कर रही टेक्निकल कमेटी को मई में 4 हफ्तों का समय दिया था. जिसमें कहा गया था कि वह अपनी अंतिम रिपोर्ट इस दौरान सौंप दें.
पेगासस स्पाईवेयर से जासूसी का आरोप
इस रिपोर्ट में कमेटी को यह साफ करना है कि क्या लोगों के फोन या अन्य डिवाइस में जासूसी करने के लिए पेगासस स्पाईवेयर डाला गया था. फिलहाल इस मामले की सुनवाई मुख्य न्यायाधीश रमना और जस्टिस सूर्यकांत और हिमा कोहली की बेंच कर रही है.
चीफ जस्टिस एन वी रमना की बेंच कर रहा सुनवाई
इसके अलावा आज सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस एन वी रमना, जस्टिस दिनेश माहेश्वरी और सी टी रविकुमार की बेंच PMLA एक्ट पर सुनवाई कर सकती है. दरअसल हाल ही में 27 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट ने गिरफ्तारी, रेड, समन, बयान समेत PMLA एक्ट में ED को दिए गए सभी अधिकारों को सही ठहराया था. वहीं अब इस फैसले के कुछ पहलुओं की समीक्षा सुप्रीम कोर्ट में हो सकती है.
नरेंद्र मोदी को गुजरात दंगों में फंसाने की साजिश के मामले में भी होगी सुनवाई
एक अन्य महत्वपूर्ण मामले में 2002 के गुजरात दंगों (Gujarat Riots) के लिए तत्कालीन सीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को फंसाने की साज़िश रचने और इसके लिए झूठे सबूत गढ़ने के आरोप में गिरफ्तार तीस्ता सीतलवाड़ (Teesta Setalvad) की ज़मानत याचिका पर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में सुनवाई हो सकती है. ज़किया जाफरी की याचिका खारिज करते हुए सुप्रीम कोर्ट की तरफ से की गई सख्त टिप्पणियों के बाद तीस्ता को 26 जून को गिरफ्तार किया गया था.