दिल्ली (Delhi) के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) और असम (Assam) के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) के बीच स्कूलों को लेकर ट्विटर वॉर छिड़ा हुआ है. इसकी शुरूआत तब हुई जब गुवाहटी में राज्य सरकार ने 34 स्कूलों को बंद करने का नोटिस जारी कर दिया. ये वो स्कूल बताये गए जहां साल 2022 हाईस्कूल लीविंग सर्टिफिकेट (High School Leaving Certificate) परीक्षा में एक भी छात्र (Student) पास नहीं हुआ. राज्य सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम पर सीएम केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, “ये कोई समाधान नहीं है.”
सीएम केजरीवाल ने कहा कि, “स्कूल बंद करने के बजाय स्कूल को सुधार कर पढ़ाई ठीक कीजिए.” जिस पर हिमंत बिस्वा ने जवाब देते हुए कहा, “आपको टिप्पणी करने से पहले अपना होमवर्क करना चाहिए.” उन्होंने कहा असम सरकार ने 8610 नए स्कूलों की स्थापना की है. मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा ने आगे सीएम केजरीवाल से सवाल करते हुए कहा कि, दिल्ली सरकार ने पिछले 7 साल में कितने स्कूल बनाए? मैं आपको हमारे मेडिकल कॉलेजों में ले जाऊँगा जो आपके मोहल्ला क्लिनिक से 1000 गुना बेहतर हैं.
कभी भी आ जाओ का मतलब कभी मत आओ- सीएम केजरीवाल
वहीं, अब इसके जवाब में सीएम केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, “हमारे यहां कहावत है. कोई पूछे “मैं कब आऊँ” और आप कहें “कभी भी आ जाओ” इसका मतलब होता है “कभी मत आओ” मैंने आपसे पूछा “आपके सरकारी स्कूल देखने कब आऊँ” आपने बताया ही नहीं. बताइए कब आऊँ, तभी आ जाऊँगा.
आप देश को नंबर-1 बनाने की चिंता को छोड़ दें- हिमंत बिस्वा
बता दें, हिमंत बिस्वा ने अपने ट्वीट में सीएम केजरीवाल पर कड़ा वार करते हुए ये भी कहा कि, “आप देश को नंबर-1 बनाने की चिंता को छोड़ दीजिए वो मोदी कर रहे हैं.”