विदेश मंत्री एस जय शंकर आज संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र को संबोधित करेंगे. भारतीय समय के मुताबिक आज शाम 6.30 बजे से संबोधन शुरू होंगे जिसमें एस. जयशंकर का नाम 17वें नंबर पर है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इसी मंच से कश्मीर के मुद्दे और आर्टिकल 370 पर सवाल उठाए थे. जिसके बाद आज माना जा रहा है कि विदेश मंत्री एस जयशंकर को करारा जवाब दे सकते हैं.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा कि, हम भारत समेत अपने सभी पड़ोसियों के साथ अमन चाहते हैं. हालांकि, दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता कश्मीर मुद्दे के उचित और सामाधान पर निर्भर करती है. उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा में दावा करते हुए कहा कि, जम्मू-कश्मीर में विशेष दर्जे को बदलने के लिए 5 अगस्त 2019 को भारत के भारत के ‘अवैध और एकतरफा’ कदम ने शांति की संभावनाओं को और कमतर किया है और क्षेत्रीय तनाव को भड़काया है.
बातचीत से मुद्दा हल किया जा सकता है- पाकिस्तान पीएम
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने तीखे अंदाज में कहा कि, मुझे लगता है कि ये वहीं वक्त है कि भारत को साफ समझ लेना चाहिए कि दोनों देश हथियारों से लैस हैं. जंग किसी तरह का कोई विकल्प नहीं है. शांतिपूर्ण बातचीत ही इन मुद्दों को हल कर सकती है. शहबाज शरीफ ने कहा कि, भारत ने जम्मू-कश्मीर में अपनी सैन्य तैनाती को बढ़ा दिया है जिससे ये दुनिआ का सबसे ज्यादा सैन्यीकृत क्षेत्र बन गया है.
आज मिल सकता है जवाब
वहीं, अब आज विदेश मंत्री एस जयशंकर के संबोधन पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं. संयुक्त राष्ट्र महासभा के 77वें सत्र में शामिल होने के लिए एस जयशंकर बीते रविवार अमेरिका पहुंचे थे. अब तक के उच्चस्तरीय सत्रों में भारत ने आतंकवाद पर लगाम, शांति, रक्षा, कोरोना जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया है.