इंदौर (Indore) ने स्वच्छता के मामले में शनिवार (1 अक्टूबर) को इतिहास रचते हुए छठी बार देश में अपना परचम लहराया है. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के इंदौर को लगातार छठे साल देश के सबसे स्वच्छ शहर के रूप में स्थान दिया गया है. वहीं, गुजरात (Gujarat) के सूरत को दूसरे सबसे स्वच्छ शहर के रूप में चुना गया है. स्वच्छता सर्वेक्षण में दिल्ली (Delhi) ने नौंवा स्थान हासिल किया है. वहीं, दिल्ली से सटे नोएडा (Noida) को इस लिस्ट में ग्यारहवां स्थान हासिल हुआ है.
दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में स्वच्छता सर्वेक्षण-2022 के अवार्ड समारोह में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) ने यह अवॉर्ड प्रदान किया. इसके अलावा 100 से अधिक शहर वाले शहरों की कैटेगरी में मध्य प्रदेश को सबसे स्वच्छ राज्य का खिताब दिया गया है. राष्ट्रपति ने दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान इंदौर के अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों को ये अवॉर्ड सौंपा. यह सर्वे 2016 से किया जा रहा है और इस साल इसका फोकस ‘पीपल फर्स्ट’ पर था.
इंदौर ने लगातार छठी बार जीता खिताब
पहले स्वच्छता सर्वेक्षण में मैसूर ने शीर्ष स्थान हासिल किया था. उसके बाद 2017 से इंदौर इस लिस्ट में टॉप पर बना हुआ है. इस साल, मध्य प्रदेश का एक दूसरा शहर भोपाल शहर टॉप टेन की लिस्ट में छठे स्थान पर रहा. वहीं, छिंदवाड़ा ने 14वां स्थान हासिल किया है. स्वच्छता के मामले में आंध्र प्रदेश के तीन शहर भी टॉप टेन लिस्ट में शामिल हैं, चौथे और पांचवें स्थान पर विशाखापत्तनम और विजयवाड़ा जबकि सातवें स्थान पर तिरुपति है.
इतने शहरों का किया गया मूल्यांकन
एक सरकारी बयान के अनुसार, सर्वेक्षण “स्वच्छ भारत मिशन के तहत भारतीय शहरों की स्वच्छता की स्थिति का विश्लेषण और तुलना करने के लिए एक मूल्यांकन उपकरण के रूप में” शुरू किया गया था. हालांकि, यह केवल 73 शहरों के मूल्यांकन के साथ शुरू हुआ था. बयान में कहा गया है कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में 4354 शहरों ( 62 छावनी बोर्ड और 91 गंगा टाउन सहित) के मूल्यांकन को पूरा करने में कामयाब रहा है.