#MeToo कैंपेन के तहत केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री और पूर्व पत्रकार एमजे अकबर पर तीन महिला पत्रकारों प्रिया रमानी, प्रेरणा बिंद्रा और शुमा राहा ने यौन शोषण के आरोप लगाए हैं. जिसके बाद देश की राजनीती में भूचाल सा आ गया है. विपक्ष अब एमजे अकबर की कार्यशैली पर अब सवाल उठा रहा है. सभी ने अकबर से इस्तीफे की मांग की.
वही बीजेपी के सांसद उदित राज ने एमजे अकबर के समर्थन में ट्वीट करके कहा है कि “#MeToकैम्पेन जरूरी है लेकिन किसी व्यक्ति पर 10 साल बाद यौन शोषण का आरोप लगाने का क्या मतलब है ? इतने सालों बाद ऐसे मामले की सत्यता की जाँच कैसे हो सकेगा?जिस व्यक्ति पर झूठा आरोप लगा दिया जाएगा उसकी छवि का कितना बड़ा नुकशान होगा ये सोचने वाली बात है।गलत प्रथा की शुरुआत है।”
आपको बता दे कि MeToo Movement के तहत सोशल मीडिया पर #MeToo नाम से एक कैंपेन चलाया जा रहा है. इसके जरिए महिलाएं अपने साथ हुए सेक्सुअल असॉल्ट की घटना के बारे में खुलकर बात कर रही हैं. सोशल मीडिया पर महिलाएं अपने बुरे अनुभवों को शेयर करते हुए बता रही हैं कि किस तरह से वर्क प्लेस पर पुरुषों ने उनका फायदा उठाया. हाल में तनुश्री दत्ता और नाना पाटेकर के बीच के विवाद ने इस मुहिम को हवा दी थी.