हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव का नगाड़ा बज चुका है। चुनाव आयोग ने तारीखों की घोषणा कर दी है। चुनाव आयोग के अनुसार हिमाचल की 68 विधानसभा सीटों के लिए 12 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। मतों की गिनती 8 दिसंबर को होगी। हिमाचल में एक ही चरण में चुनाव होंगे। नामांकन की आखिरी तारीख 25 अक्टूबर होगी। 27 अक्टूबर तक नामांकन पत्रों की जांच होगी। नामांकन वापस लेने की आखिरी तिथि 29 अक्टूबर होगी। चुनाव आयोग के अनुसार इस बार के चुनाव में 55 लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। वहीं चुनाव के तारीख की घोषणा के साथ ही आदर्श आचार संहिता भी लागू हो चुकी है।
चुनाव की तारीखों का ऐलान करते हुए चुनाव आयुक्त ने कहा ही 80 साल से ज्यादा उम्र के लोग, दिव्यांग या कोविड पॉजिटिव लोगों से एक फॉर्म भरवाए जाएगा। अगर वो पोलिंग बूथ पर नहीं आ सकते हैं तो निर्वाचन अधिकारी और कर्मी उनके घर पर जाकर मतदान करवाया जाएगा। KYC ऐप पर अपने कैंडिडेट के आपराधिक रिकॉर्ड के बारे में मतदाता जान सकते हैं। C Vigil ऐप पर मतदाता चुनाव के दौरान किसी तरह की गड़बड़ी की शिकायत खुद से कर सकते हैं।
चुनाव आयोग ने 2017 में 12 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव की घोषणा की थी। तब 9 नवंबर को पूरे प्रदेश में एक चरण में मतदान करवाया गया था। बता दें कि हिमाचल प्रदेश में कुल 68 विधानसभा क्षेत्र हैं और सरकार बनाने के लिए 35 सीटें जीतने की दरकार होती है। हिमाचल विधानसभा की 68 सीटों के लिए 2017 में 9 नवंबर को वोटिंग हुई थी। भाजपा ने 68 में से 44 सीटों पर जीत दर्ज की थी जबकि, कांग्रेस ने 21 सीटें हासिल की थी। जयराम ठाकुर को मुख्यमंत्री बनाया गया था। 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में राज्य की 17 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित थी।
हिमाचल में वोटरों की संख्या
हिमाचल प्रदेश में कुल 68 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 55,07,261 वोटर है। इनमें 27,80,208 पुरुष, 27,27,016 महिला मतदाता और 37 तृतीय लिंग के हैं, जबकि दिव्यांग मतदाताओं की संख्या बढ़कर 56,001 हो गई है। इस बार 1470 नए दिव्यांग वोटर जुड़े हैं, जबकि वोटर लिस्ट के संशोधन के दौरान मृत्यु, स्थानांतरण तथा पंजीकरण के दोहराव आदि के कारण से 45,073 मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटाए गए हैं।