आंध्र प्रदेश के एलुरु जिले में शनिवार को अठारह आवारा कुत्तों को जहर देकर मार डाला गया. आरोपी का कहना है कि उसने गांव के सरपंच और सचिव के आदेशों का पालन किया है. कुत्तों की मौत के बाद एनिमल राइट ग्रुप ने आरोपियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की मांग की थी. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ पशु क्रूरता निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है. इससे पहले तेलंगाना में भी ऐसा ही मामला सामने आया था जहां पर 100 से ज्यादा कुत्तों को जहर देकर मार दिया गया था.
आंध्र प्रदेश पुलिस ने वीरबाबू के खिलाफ मामला दर्ज किया है. इसने दावा किया है कि चेबरोले गांव के सरपंच और सचिव ने उसे घातक इंजेक्शन देकर कुत्तों को मारने का आदेश दिया था. कुत्तों की मौत के बाद कई संगठनों ने ग्राम सरपंच के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की मांग की है. इस साल की शुरुआत में तेलंगाना के सिद्दीपेट जिले में 100 से अधिक आवारा कुत्तों को जहर देकर मारा गया था. इसका वीडियो सोशल मीडिया में काफी वायरल हुआ था जिसमें एक गड्ढे में कुत्तों के शवों पड़े थे.
इन बेजुबानों ने तुम्हारा क्या बिगाड़ा
पता नहीं बेजुबानों से क्या तकलीफ लोगों को हो रही है. एक साल पहले आंध्र प्रदेश के वेस्ट गोदावरी जिले के लिंगापालम गांव पंचायत ने ऐसा ही तुगलकी फरमान जारी किया था. सरपंच और सचिव ने करीब 300 कुत्तों को जहरीला इंजेक्शन देकर मार डाला था. इसके बाद तालाब के पास एक गहरा गड्ढा खोदकर कुत्तों को शवों को वहीं दफना दिया गया था. मामला खुलने के बाद एनिमल राइट्स एक्टिविस्ट चल्लापल्ली श्रीलता ने पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी.
‘लोगों को कई बार काटा कुत्तों ने’
स्थानीय लोगों के मुताबिक वो कुत्तों से परेशान हो गए थे. घर से बाहर निकलना मुश्किल होता जा रहा था. बच्चे भी घर से बाहर नहीं निकल पाते थे. कुत्ते कई बार लोगों को काट रहे थे और चलते वाहनों में लोगों का पीछा करते हैं तो डर के कारण इंसान कई बार गिर भी जाता है. इस वजह से इन लोगों ने सरपंच से इसकी शिकायत की थी. इसके बाद सरपंच ने इनको मारने के लिए जहर का इंजेक्शन दिया था.