फरीदाबाद: डीसीपी क्राइम मुकेश कुमार मल्होत्रा के दिशानिर्देश तथा एसीपी क्राइम सुरेंद्र श्योराण के मार्गदर्शन में कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच 65 प्रभारी ब्रह्म प्रकाश की टीम ने नशीला पदार्थ पिलाकर राहगीर के साथ लूटपाट की वारदात को अंजाम देने वाले एक बहुत ही शातिर आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम विजय है जो यूपी के गोंडा जिले के पतिजिमा गांव का रहने वाला है। आरोपी बहुत ही शातिर किस्म का अपराधी है जो दिल्ली व हरियाणा बॉर्डर पर लूट की 150 से 200 वारदातों को अंजाम दे चुका है। आरोपी बस स्टैंड रेलवे स्टेशन जैसे सार्वजनिक स्थल पर घूमता रहता है और बैग लेकर गांव से आने जाने वाले लोगों की निगरानी रखता है और उनसे बातचीत करने की कोशिश करता है तथा बहुत ही शातिर तरीके से उन राहगीरों को अपनी बातों में उलझाता है और बातों ही बातों में उसे चाय या कोल्डड्रिंक में नशीला पदार्थ डालकर पिला देता है और जब राहगीर बेहोश होने लगता है तो आरोपी उसे किसी ऑटो या बस में बिठाकर अपने साथ ले जाता है तथा किसी सुनसान जगह पर ले जाकर उसके साथ पैसे व मोबाइल फोन छीनकर फरार हो जाता है। आरोपी को इससे पहले जीआरपी गाजियाबाद द्वारा चार वारदातों में गिरफ्तार करके जेल भेजा जा चुका है। करीब 2 महीने पहले आरोपी ने फरीदाबाद के सेक्टर 8 एरिया के रहने वाले मुकेश नाम के एक व्यक्ति के साथ इस प्रकार की लूट की वारदात को अंजाम दिया था जिसमें आरोपी मुकेश के साथ लूटपाट करके फरार हो गया परंतु मुकेश अभी तक घर वापस नहीं लौटा है और उसकी तलाश की जा रही है। मुकेश के भाई बबलू द्वारा फरीदाबाद के सेक्टर 8 में मुकेश की गुमशुदगी दर्ज करवाई गई। क्राइम ब्रांच की टीम इस मामले में तफ्तीश कर रही थी कि उन्हें मुकेश के मोबाइल फोन के माध्यम से आरोपी के गांव के ही रहने वाले एक सुभाष नाम के व्यक्ति के बारे में पता चला जिससे पूछताछ करने पर सामने आया कि आरोपी विजय, सुभाष का जानकार था और सुभाष ने विजय से यह मोबाइल ₹2000 में खरीदा था। सुभाष की निशानदेही पर आरोपी विजय को काबू किया गया जिसमें पूछताछ में उसने बताया कि उसने 2 महीने पहले मुकेश के साथ इस प्रकार लूट की वारदात को अंजाम दिया था और वह लूट की वारदात को अंजाम देने के पश्चात मौके से फरार हो गया और उसे नहीं पता कि मुकेश कहां है। मामले में पूछताछ करने के लिए आरोपी को अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा और उससे मामले में ओर जानकारी एकत्रित करके कानून के तहत आगे की कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।