सोमवार को केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर ने उनके ऊपर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली प्रिया रमानी के खिलाफ आपराधिक मानहानि का केस दर्ज कराया है. अकबर ने अपने वकीलों के जरिये दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में रमानी के खिलाफ केस दर्ज कराया है. विदेश राज्य मंत्री ने रमानी पर ‘‘जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण तरीके से’’ उनकी मानहानि करने का आरोप लगाया और इसके लिए मानहानि से जुड़ी आईपीसी की धारा के तहत मुकदमा दर्ज करने की मांग की.
इससे पहले रविवार को केन्द्रीय मंत्री ने विदेश दौरे से लौटने के बाद अपने खिलाफ लगे यौन शोषण के आरोपों को निराधार और गलत बताया था. एमजे अकबर ने कहा था कि ‘मेरे ऊपर बिना सुबूतों के लगाए जा रहे आरोप वायरल बुखार की तरह से कुछ तबके के बीच फैल रहे हैं. उन्होंने कहा कि मामला कुछ भी हो. अब मैं वापस आ गया हूं. मेरे वकील अब इस मामले को देखेंगे. साथ ही इन सभी बेबुनियाद आरोपों पर निर्णय लेने को लेकर भविष्य की रणनीति तय की जाएगी.’
क्या कहा गया है याचिका में
पटियाला हाउस कोर्ट में दी गई याचिका में कहा गया है की एम जे अकबर कई अहम पदों पर रह चुके हैं और रही बात प्रिया रमानी की तो उन्होंने जो आरोप लगाए हैं वह पूरी तरह से बेबुनियाद है और मनगढ़ंत हैं और प्रिया रमानी के इन आरोपों से एम जे अकबर की मानहानि हुई है. एमजे अकबर की तरफ से दायर अर्जी में कहा गया है कि प्रिया रमानी ने जो आरोप लगाए हैं उसके मुताबिक घटना 20 साल पहले की है जबकि उसके बाद में ही प्रिया रमानी ने खुद कहा है कि एम जे अकबर ने कुछ भी गलत नहीं किया, तो भला 20 साल बाद इस तरीके से आरोप लगाने का क्या मकसद हो सकता है.
आपको बता दे की #Metoo के तहत प्रिया रमानी ने ट्वीट के जरिये एमजे अकबर यौन उत्पीड़न का आरोप लागए थे.