जयपुर: राजस्थान में सियासी बवाल एक बार फिर उफान पर है जहां मंगलवार को राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम ने अपनी ही सरकार के खिलाफ 5 घंटे का अनशन रखा. इससे पहले पायलट ने राज्य के सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ संगीन आरोप लगाते हुए पूर्व सीएम वसुंधरा राजे से मिलीभगत का आरोप लगाया था. पायलट का मुख्य आरोप था कि सीएम गहलोत ने 4 साल होने के बाद भी राजे सरकार के घोटालों पर कोई एक्शन नहीं लिया. अब इस पूरे मामले पर सीएम गहलोत आज चुप्पी तोड़ सकते हैं.
जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज दोपहर 1 बजे अपने आवास पर एक अहम प्रेस वार्ता को संबोधित करेंगे जिसकी सूचना मंगलवार देर शाम दी गई. माना जा रहा है कि गहलोत पायलट के भ्रष्टाचार के आरोपों पर जवाब दे सकते हैं. दरअसल गहलोत पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे हैं जिसके बाद आज वह पहली बार मीडिया के सामने मौजूद होंगे.
बता दें कि मुख्यमंत्री निवास पर आज कैबिनेट बैठक भी होनी तय है जिसके बाद दोपहर में सीएम मीडिया से बात करेंगे. इस बीच गहलोत की प्रेस कांफ्रेंस को लेकर यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि वह इस मुद्दे पर चुप्पी तोड़ेंगे या पिछले 2 दिनों की तरह ही दरकिनार करने वाला रुख अपनाएंगे.
गहलोत ने कल जारी किया था वीडियो
वहीं इधर पायलट के अनशन शुरू करने के बाद बुधवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक वीडियो जारी कर कई बड़े ऐलान किए थे. सीएम ने ट्विटर पर जारी वीडियो संदेश में सरकार की अहम योजनाओं को गिनाया और 2030 तक राजस्थान को नंबर वन बनाने का रोडमैप बताया.
वहीं गहलोत ने कहा कि अब हम राज्य में महंगाई राहत कैंप लगाने जा रहे हैं क्योंकि आपका बोझ मेरा बोझ है. सीएम के मुताबिक आमजन को महंगाई से राहत देने के लिए और सरकार की योजनाओं का जनता तक लाभ पहुंचाने के लिए सरकार अपनी 10 योजनाओं को शामिल करते हुए 24 अप्रैल से महंगाई राहत कैंप लगाने जा रही है.
पायलट ने किया 5 घंटे अनशन
गौरतलब है कि बीते मंगलवार को सचिन पायलट ने वसुंधरा राजे सरकार के दौरान हुए घोटालों पर एक्शन नहीं होने से नाराज होकर गहलोत सरकार के खिलाफ धरना दिया था और 5 घंटे वह मौन धारण किए हुए बैठे रहे. वहीं इस दौरान जयपुर में शहीद स्मारक पर बड़ी संख्या में उनके समर्थक भी जुटे जहां पायलट ने सभी का अभिवादन किया.
वहीं इस दौरान धरनास्थल पर लगाए गए पोस्टरों में राहुल-सोनिया गांधी की फोटो गायब होने ने हर किसी का ध्यान खींचा. इसके अलावा मंच पर कांग्रेस का निशान भी नहीं दिखाई दिया जिसके बाद कई तरह की अटकलें लगाई जाने लगी. हालांकि पायलट ने अनशन के बाद किसी भी तरह का कोई ऐलान नहीं किया.