दिल्ली पुलिस को वित्तीय वर्ष 2022-2023 में मिलने वाले बजट में से मेंटेनेंस के कामों के लिए जो फंड मिलता है उसमें 350 करोड़ से अधिक का घोटाला सामने आया है. मेंटेनेंस मद में छोट कामों के नाम पर 150 करोड़ और प्रोफेशनल सर्विसेज के नाम पर करीब 200 करोड़ के फंड का गलत तरीके से उपयोग किया गया है. इस मामले के उजागर होने के बाद पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने विजिलेंस डिपार्टमेंट को जांच के आदेश दे दिए हैं. अब इस मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है.
मु्ख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर निशाना साधते हुए लिखा है कि ‘प्रधानमंत्री जी, दिल्ली पुलिस आपके अधीन आती है क्या? अब क्या इस दिल्ली पुलिस घोटाल की जांच होगी? क्या दोषियों को सजा होगी और वो जेल जाएंगे?’
कमीशनर ने मांगी खर्चों की रिपोर्ट
इस घोटाले का खुलासा दिल्ली पुलिस हाउसिंग निगम के आडिट में हुआ है. इसकी जानकारी लगने के बाद ही पुलिस आयुक्त ने इसकी जांच के आदेश दे दिए. कमीशनर की तरफ से जांच के निर्देश मिलने के बाद प्रोविजन एंड फाइनेंस डिविजन के स्पेशल कमीशनर लालतेंदू मोहंती ने जिले और अलग-अलग यूनिटों में तैनात 40 डीसीपी और एडिशनल डीसीपी से अभी तक हुए सभी खर्चों की पूरी रिपोर्ट मांगी है.
जानकारी के मुताबिक सभी डीसीपी से पूछा गया है कि प्रोफेशनल सर्विसेज के फंड का कैसे और किस-किस काम में प्रयोग किया गया है. सूत्रों के मुतबिक जिले और यूनिटों के डीसीपी ने प्रोफेशनल सर्विसेज के फंड का जरूरत के कामों के लिए खर्च करने की बजाए ज्यादातर खर्च छोटे कामों जैसे थानों, पुलिस कॉलोनियों और अधिकारियों के ऑफिस की रंगाई पुताई में दिखा दिया है.