तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव का अब पूरा फोकस केंद्र पर है. यही वजह है कि उन्होंने अपनी पार्टी का नाम तेलंगाना राष्ट्र समिती से भारत राष्ट्र समेति किया. महाराष्ट्र के छत्रपतिसंभाजी नगर (औरंगाबाद) में एक रैली में सोमवार को मुख्यमंत्री ने दावा किया कि अगली सरकार बीआरएस की बनेगी. फिर बड़े स्तर पर राष्ट्रीकरण किया जाएगा. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नए संसद का नाम भी बीआर आंबेडकर रखने की मांग की.
तेलंगाना सीएम के चंद्रशेखर राव ने कहा कि हमारी जाति असल में किसान होनी चाहिए. अगर सरकार दलितबंधु योजना लागू किया जाता है तो भारत राष्ट्र समेती महाराष्ट्र छोड़ देगी. इस योजना के तहत मुख्यमंत्री का दस लाख युवाओं को रोजगार देने का प्लान है. तेलंगाना सरकार हर किसान को प्रित एकड़ 10 हजार रुपए देती है. इस योजना को महाराष्ट्र सरकार भी लागू कर सकती है.
‘देश में बढ़ रहा जातिवाद-धर्मवाद’
मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के मुताबिक, संभाजीनगर और अकोला में 8 दिनों में एक बार पानी आता है. महाराष्ट्र देश की वित्तीय राजधानी होने के बावजूद लोगों के पास पीने का पानी नहीं है. जातिवाद-धर्मवाद देश में तेजी से बढ़ रहा है. तेलंगाना में 24 घंटे बिजली की सुविधा है. महाराष्ट्र में ऐसा नहीं है. चीन, जो कभी पिछड़ा देश था, आज दुनिया को लीड करने की कोशिश कर रहा है. के चंद्रशेखर राव ने कहा कि अपने लक्ष्य से भटक गया है भारतवर्ष. बिना लक्ष्य के हम कहां पहुंचेंगे. हमें नई उमंगों के साथ आगे बढ़ना है. उन्होंने नए संसद का नाम बीआर आंबेडकर के नाम पर रखे जाने की मांग की.
हमारी सरकार बनी तो करेंगे राष्ट्रीयकरण
बीआरएस की अगर सरकार बनेगी तो मुख्यमंत्री का प्लान है कि बड़े स्तर पर देश में राष्ट्रीयकरण किया जाएगा. बिजली के निजिकरण पर भी सीएम ने सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि आखिर यह किसकी जागीर हो जो बिजली का प्राइवेटाइजेशन किया जा रहा है? बकौल मुख्यमंत्री जिंबाबवे में साढे छह हजार टीएमसी का जलाशय है, हमारे देश में कम से कम चार ऐसे जलाशय होने चाहिए.