हरियाणा के नूंह में भड़की हिंसा के बाद राज्य की खट्टर सरकार एक के बाद बड़े फैसले ले रही है. अधिकारियों पर गाज गिर रही है. उनका तबादला किया जा रहा है. आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ की जा रही है. हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने कहा कि अब तक 202 आरोपियों को सलाखों के पीछे भेजा गया है. मामले में अब तक 102 एफआईआर दर्ज की गई हैं.
वहीं, हिंसा के बाद नूंह के दो बड़े अधिकारियों का तबादला कर दिया गया है. डिप्टी कमिश्नर प्रशांत पवार को नूंह से हटा दिया गया है. उनकी जगह अब धीरेंद्र खड़गता नूंह के नए डिप्टी कमिश्नर होंगे. नूंह के एसपी वरुण सिंगला का भी तबादला हो गया. वह भिवानी भेजे गए हैं. भिवानी के एसपी नरेंद्र बिजारनिया को नूंह का एसपी बनाया गया है.
रिमांड पर आरोपी
पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है और उसी के आधार पर सबूत इकट्टा कर रही है. पुलिस ने कल (गुरुवार) 19 आरोपियों को कोर्ट में पेश किया था. कोर्ट ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया. बाकी आरोपी पुलिस रिमांड पर हैं. पुलिस उन आरोपियों की तलाश में भी जुटी है जिन लोगों ने सोशल मीडिया के जरिए हिंसा फैलाने वाली बातें कहीं. अनिल विज ने कहा है कि नूंह में हमारी पुलिस पूरी तरह से काम कर रही है. अभी और गिरफ्तारियां भी की जाएंगी. हमारी पुलिस इस प्राथमिकता के साथ काम कर रही है कि कोई निर्दोष ना फंसे और कोई भी दोषी बचे नहीं.
नूंह में अवैध संपत्तियों पर कार्रवाई
नूंह हिंसा के आरोपियों के खिलाफ पुलिस ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है. हिंसा के आरोपियों को गिरफ्तार कर रही है. पुलिस ने आज नूंह में कुछ अवैध संपत्तियों पर कार्रवाई की. प्रशासन ने तावड़ू कस्बे में सरकारी जमीन पर कथित तौर पर कब्जा कर बनाई गईं लगभग 250 झुग्गियों को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया. अधिकारी ने कहा, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) की जमीन पर कब्जा करने वाले अवैध बांग्लादेशी अप्रवासी थे जो पहले असम में रह रहे थे.
बता दें कि सोमवार को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की शोभायात्रा पर भीड़ द्वारा हमला किए जाने के बाद नूंह में हिंसा भड़क गई थी. हिंसा गुरुग्राम तक पहुंच गई थी, जिसमें दो होम गार्ड और एक इमाम सहित छह लोगों की मौत हुई