दिल्ली-एनसीआर में शनिवार रात को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं. बताया गया है कि भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5.8 मापी गई है. वहीं, चंडीगढ़ और पंजाब के कई इलाकों में भी भूकंप से धरती कांपी है. लोग जान बचाने के लिए घरों से बाहर निकल आए. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, भूकंप का केंद्र जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग जिले से 418 किमी उत्तर पश्चिम में अफगानिस्तान के हिंदुकुश क्षेत्र में था. वहीं, खबर लिखे जाने तक किसी भी जानमाल के नुकसान की कोई सूचना सामने नहीं आई है.
इससे पहले जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग में आज तड़के 5.2 तीव्रता का भूकंप आया था. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस) ने बताया था कि झटका सुबह 8:36 बजे आया. भूकंप का केंद्र गुलमर्ग से करीब 184 किलोमीटर दूर धरती की सतह से 129 किलोमीटर नीचे था. हालांकि किसी नुकसान की तत्काल कोई रिपोर्ट नहीं है.
अधिकारियों के मुताबिक, इस साल जून से अब तक जम्मू-कश्मीर में अलग-अलग तीव्रता वाले 12 झटके आ चुके हैं. इससे पहले, 10 जुलाई की सुबह जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में 4.9 तीव्रता का भूकंप आया था. 13 जून को डोडा जिले में 5.4 तीव्रता का भूकंप आया था, जिससे घरों सहित दर्जनों इमारतों में दरारें आ गई थीं.
अफगानिस्तान में आए दिन आता है भूकंप
एनसीएस का कहना है कि अफगानिस्तान में हर 2-3 हफ्ते में भूकंप आता है. 11 मई को फैजाबाद के 99 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में 4.5 तीव्रता का भूकंप आया था. इसी तरह, 9 मई को फैजाबाद में 4.3 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया. पिछले महीने, तालिबान के नेतृत्व वाले अफगानिस्तान राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएनडीएमए) ने बताया था कि जुलाई में प्राकृतिक आपदाओं के कारण 13 प्रांतों में कम से कम 42 लोग मारे गए और 54 अन्य घायल हो गए थे.
कैसे करें भूकंप का बचाव
भूकंप आने के बाद लोग बेहद डर जाते हैं और वह सोच में पड़ जाते हैं कि अब क्या करें. ऐसे समय में घबराने की आवश्यकता नहीं होती है. भूकंप के झटके महसूस होते ही जहां हैं वहीं फर्श पर तुरंत बैठ जाएं. साथ ही साथ सिर को नीचे झुका लें. अगर अगल-बगल में कोई मजबूत टेबल या फर्नीचर दिखाई दे रहा है तो उसकी आड़ ले लें. इसके अलावा अगर घर से बाहर निकलने में समय न लगे तो तुरंत घर से बाहर निकलें और खाली मैदान या सड़क की तरफ जाएं.