हत्या, सुसाइड, प्यार, पागलपन और पेरेंट्स के पैसों की बर्बादी… ‘पबजी’ यही दे रहा है. ये वो गेम है, जिसकी लत में कोई ‘सीमा’ सरहद लांघकर अपने प्यार से मिलने पहुंच जा रही है तो कोई अंकित रिश्तों को ही कलंकित कर दे रहा है. पबजी जितना ज्यादा पॉपुलर है, इसके साइड इफेक्ट भी उससे कहीं ज्यादा हैं. इसकी लत का खामियाजा समय-समय पर देखने को मिलता रहता है. आइए जानते हैं कि आखिर ‘पबजी’ को लेकर एक बार फिर क्यों इतनी चर्चा हो रही है…?
दरअसल, उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में एक लड़के ने तवे से अपने मां-बाप पर एक बाद एक कई वार किए. बाप की तो मौके पर मौत हो गई, लेकिन मां दर्द से कराहती रही. यह देखकर भी उसको दया नहीं आई. वह आराम से बाथरूम में गया और स्नान करने के बाद अपने कमरे में चारपाई पर बैठ गया. जब बहन के फोन पर पुलिस घर पहुंची तो उसने हंसते हुए कहा कि, ‘हां मैने ही अपने मां-बाप को मारा है’.
पबजी की ऐसी लत, 3-4 दिन कमरे में बंद रहता था बेटा
लड़के के चेहरे का हाव-भाव देख पुलिस भी सन्न रह गई. पुलिस ने तुरंत लड़के को हिरासत में ले लिया और मां को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनकी भी मौत हो गई. पुलिस ने मां-बाप दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. बहन ने बताया कि भाई का नाम अंकित है. अंकित को पबजी खेलने की लत है, जिस वजह से उसकी मानसिक स्थिति बिगड़ गई है. वह आए दिन मम्मी-पापा के साथ मारपीट करता था. दिनभर पबजी खेलते रहता था. तीन-चार दिन तक अपने कमरे से ही नहीं निकलता था. आज उसने मम्मी-पापा को ही मार डाला.
पबजी खेलते-खेलते सचिन से मिली सीमा, पाकिस्तान से चला आई भारत
अंकित ने तो भले ही रिश्तों को कलंकित किया हो, लेकिन पाकिस्तान की एक महिला को पबजी की लत भारत खींच लाई. ये महिला कोई और नहीं बल्की सीमा हैदर है, जो इस समय मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक में सुर्खियों में बनी हुई है. पाकिस्तान के सिंध की रहने वाली सीमा और यूपी के नोएडा के रहने वाले सचिन मीणा की मुलाकात भी पबजी खेलते समय हुई थी. गेम खेलते-खेलते दोनों में प्यार हो गया. प्यार भी ऐसा हुआ कि सीमा अपने चार बच्चों के साथ भारत आ गई और सचिन के साथ रहने लगी.
मां ने पबजी खेलने से रोका, रिवॉल्वर की 6 की 6 गोली सीने में उतार दी
पबजी की लत किस हद तक जा सकती है, इसकी एक और बानगी साल 2022 में यूपी की राजधानी लखनऊ में देखने को मिली. पीजीआई थाना क्षेत्र के यमुनापुरम कॉलोनी के रहने वाले नवीन कुमार सिंह सेना में जूनियर कमीशन्ड ऑफीसर हैं. घर पर केवल पत्नी साधना और 16 साल का बेटा और 10 साल की बेटी यही लोग रहते थे. बेटे को पबजी खेलने की लत थी. एक दिन जब मां ने पबजी नहीं खेलने दिया तो पिता की लाइसेंसी रिवॉल्वर से 6 की 6 गोलियां मां के सीने में उतार दी. शव को तीन दिन तक घर में ही छिपाए रखा.
3 दिन तक 10 साल की बहन को मां की लाश के साथ रखा
पबजी की वजह से बेटे का मानसिक संतुलन इतना बिगड़ गया था कि जिस कमरे में मां की लाश को रखा, वहीं पर तीन दिन तक अपनी 10 साल की बहन को भी बंद रखा. बहन डरी-सहमी तीन दिन उसी कमरे में मां की लाश के साथ रही. हत्या के दूसरे दिन वह सुबह अपने दोस्त के घर गया और शाम को दोस्त को भी साथ ले आया. दोनों ने लैपटॉप में मूवी देखी. ऑनलाइन ऑर्डर करके खाना मंगवाया. लाश के साथ कमरे में बंद अपनी बहन को भी खाना दिया. रात को दोस्त अपने घर चला गया, लेकिन उसको भनक नहीं लग पाई. जब दोस्त ने पूछा आंटी कहां हैं तो जवाब दिया कि वह तो दादी के पास गई हैं.
हत्या के तीन दिन बाद जब दुर्गंध फैली तो रूम फ्रेशनर डाल दिया, लेकिन जब दुर्गंध ज्यादा तेज हो गई तो पिता नवीन कुमार सिंह को वीडियो कॉल करके बताया कि मैंने मां की हत्या कर दी है. यह सुन वह दंग रह गए. आनन-फानन में उन्होंने अपने एक रिश्तेदार को घर भेजा. रिश्तेदार ने लाश देख पुलिस को सूचना दी. पूछताछ में उस 16 साल के बेटे ने बताया कि मां पबजी खेलने से रोकती थीं. इसी को लेकर आए दिन मारती रहती थीं. मां का पबजी गेम खेलने से रोकना मुझे बर्दाश्त नहीं होता था, इसीलिए मार डाला.
दिमाग हिलाने के लिए काफी हैं ये 5 घटनाएं
ये मामला जनवरी-2019 का है. इस गेम की लत ने जम्मू-कश्मीर में एक जिम ट्रेनर का मानसिक संतुलन बिगाड़ दिया. वह लगातार 10 दिनों तक पबजी खेलता रहा. मिशन पूरा करने के चक्कर में उसका दिमाग काम करना बंद कर दिया. वह अजीब-अजीब हरकतें करने लगा और खुद को नुकसान पहुंचाने लगा.
दूसरी घटना फरवरी-2019 की है. मुंबई के रहने वाले एक नाबालिग लड़के ने सुसाइड कर लिया. वह पबजी खेलने के लिए अपने पेरेंट्स से 37000 रुपए का स्मार्टफोन दिलाने की जिद कर रहा था. पहले तो पेरेंट्स पैसे नहीं दे रहे थे, लेकिन बाद में वह 20000 रुपए देने को राजी हुए. इससे नाराज होकर उसने सुसाइड कर लिया.
राजस्थान भर में यह मामला काफी सुर्खियों में रहा.
एक मामला कर्नाटक का भी काफी सुर्खियों में रहा. यहां एक छात्र ने यूनिवर्सिटी परीक्षा में इकोनॉमिक्स के पेपर में क्वेश्चन का आंसर देने के बजाए, पबजी पर पूरी गाइड लिख डाली. छात्र ने आंसर शीट पर लिखा कि पबजी खेलते समय किन बातों का ध्यान रखें और किनका नहीं. ये छात्र पढ़ने में काफी अच्छा था. एक अन्य एग्जाम में इसको डिस्टिंक्शन मिली थी, लेकिन पबजी ने इसकी मानसिक स्थिति बिगाड़ दी. ये घटना अभी हाल फिलहाल बीते जुलाई महीने की है. राजस्थान के अलवर जिले में एक 14 साल के लड़के को पबजी की ऐसी लत लगी कि वह 24 घंटे में से 14-15 घंटे तक केवल गेम की खेलता रहता. रात में सोते समय फायर-फायर चिल्लाता रहता. हालत इतनी ज्यादा बिगड़ गई कि उसको बांधकर रखना पड़ा. अभी उसका मनोचिकित्सक की देख-रेख में इलाज चल रहा है.