मध्यप्रदेश के बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को अब बिहार में होने वाले कार्यक्रम से पहले अलग तरह का विरोध झेलना पड़ रहा है. उनके कार्यक्रम में इस विरोध के चलते बदलाव किया जा सकता है. या फिर इसे टाला जा सकता है. दरअसल धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का बिहार में 29 अक्टूबर से लेकर 5 अक्टूबर के बीच बिहार के गया में कार्यक्रम शेड्यूल किया गया है. जिसमें भागवत कथा और गरुड़ पुराण किया जाएगा. इसी कार्यक्रम का गया में पूजा-पाठ कराने वाले पंडा विरोध कर रहे हैं.
बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का बिहार के पटना में 13 मई को शुरू कार्यक्रम विरोधों के बावजूद बहुत सफल रहा था. इस दौरान भीषण गर्मी थी लेकिन श्रद्धालुओं की संख्या में कोई भी कमी नहीं आई थी. पंडाल के अंदर लाखों भक्त इकट्ठा हुए थे साथ ही होटल में भी धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से मिलने हजारों वीवीआईपी पहुंचे थे. इसी दौरान यह खबरें सामने आई थीं कि उनका अगला कार्यक्रम गया या मुजफ्फरपुर में किया जाएगा.
पितृपक्ष की वजह से हो रहा विरोध
धाम की ओर से फिलहाल यह बताया जा रहा है कि आने वाले 29 सितंबर से 5 अक्टूबर तक पितृपक्ष के दौरान धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बिहार के गया में भागवत कथा और गरुड़ पुराण का पाठ करेंगे. लेकिन यहां मौजूद पंडा इसका विरोध कर रहे हैं. उन्होंने इस कार्यक्रम को 29 सितंबर से 14 अक्टूबर के बीच नहीं रखने की अपील की है. उनका कहना है कि बागेश्वर धाम के कार्यक्रम के दौरान यहां पर लाखों लोग आएंगे, और वैसे भी पितृपक्ष के दौरान यहां पर विदेशों से भी लोग आते हैं. ऐसे में पंडों की पूजा-पाठ पर प्रभाव पड़ेगा. पंडों का कहना है कि पूरे साल में सिर्फ यही वह समय हैं जिसमें उनकी ठीक-ठाक आमदनी होती है.
जगह-तारीख बदलने पर हो सकता है विचार
वहीं बागेश्वर धाम प्रबंधन समिति के अनुसार गया जिला प्रशासन की ओर से अगर क्लीयरेंस मिलता है तो कार्यक्रम की औपचारिक घोषणा की जाएगी. उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में पूरे देश से शहीदों के परिजन भी शामिल होंगे, इसलिए इसे पितृपक्ष के बीच में रखा जा रहा है. प्रबंधन समिति ने बताया है कि पंडित धीरेंद्र कृष्ण 3 से 5 तारीख तक गया में रहेंगे. अगर इस कार्यक्रम पर कोई आपत्ति होती है तो पितृपक्ष के दौरान तारीख या जगह बदलने पर विचार किया जाएगा.