तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक पार्टियां जमकर पसीना बहा रही हैं. इस कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को हैदराबाद के एलबी स्टेडियम में ‘बीसी आत्मगौरव सभा’ संबोधित किया, जहां उनके निशाने पर सूबे की केसीआर सरकार रही है. पीएम मोदी का कहना है कि तेलंगाना में बदलाव की आंधी चल रही है. इस विशाल जनसभा से महसूस किया जा सकता है कि राज्य का विश्वास अब बीजेपी पर है.
पीएम ने कहा कि कांग्रेस और बीआरएस में तीन चीजें समान हैं, जिसमें वंशवाद, भ्रष्टाचार और तुष्टीकरण शामिल है. जल, धन और रोजगार के मुद्दे पर जनविरोधी सरकार ने तेलंगाना के लोगों को धोखा दिया है. हमारे पिछड़े भाइयों और बहनों ने अलग तेलंगाना राज्य के आंदोलन में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है. वे इस उद्देश्य के लिए सबसे आगे थे, यहां तक कि उन्होंने इसके लिए अपने जीवन का बलिदान भी दे दिया, लेकिन तेलंगाना बनने के बाद यहां की सरकार ने हमारे उनके साथ सबसे बड़ा धोखा किया.
बीआरएस अपने परिवार के हितों की पूर्ति में व्यस्त रही- पीएम
उन्होंने कहा कि तेलंगाना में बीआरएस अपने परिवार के हितों की पूर्ति में व्यस्त रही और उसने कभी भी हमारे पिछड़ों के सपनों और आकांक्षाओं को पूरा करने की परवाह नहीं की. ये बीजेपी ही है जो अपने किसान भाइयों के भी हितों का ध्यान रखती है. पीएम-किसान योजना के तहत हमने रुपए बांटे किए हैं. तेलंगाना के किसानों के बैंक खातों में सीधे 9,000 करोड़ रुपए गए हैं. इससे राज्य के लगभग 35 लाख किसानों को लाभ हुआ है. इस सूची में अधिकांश किसान पिछड़े समुदाय से हैं.
बीआरएस वादे पूरा करने में नाकाम- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि 30 नवंबर को लोगों के पास तेलंगाना की इस पिछड़ा वर्ग विरोधी सरकार को उखाड़ फेंकने का बहुत अच्छा मौका होगा. अब, आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि तेलंगाना में कमल खिले. बीआरएस चुनाव से पहले किए गए किसी भी वादे को पूरा करने में विफल रही. टीएसपीएससी के अभ्यर्थी परीक्षा का इंतजार कर रहे थे और जब परीक्षा की घोषणा हुई तो पेपर लीक हो गया. बीआरएस की अक्षमता ने तेलंगाना की एक पूरी पीढ़ी का भविष्य बर्बाद कर दिया. अपने अन्य वादों की तरह, बीआरएस गरीबों को 2 बीएचके फ्लैट उपलब्ध कराने के वादे को पूरा करने में असमर्थ रही. उनके पास अपने वादे पूरे न करने का ट्रैक रिकॉर्ड है. दूसरी ओर, केंद्र में बीजेपी ने पिछले नौ वर्षों में गरीबों को 4 करोड़ घर उपलब्ध कराए हैं.