दिल्ली की आबकारी नीति में कथित घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पूछताछ के लिए तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को समन भेजा है. आम आदमी पार्टी ने दावा किया है कि बीजेपी के इशारे पर प्रवर्तन निदेशालय मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करना चाहती है. ऐसे में वो लोगों से यह जानने के लिए जनता के बीच में जा रही है कि गिरफ्तारी की सूरत में केजरीवाल इस्तीफा दें या जेल से ही सरकार चलाएं. 4 से 10 जनवरी के बीच पार्टी दिल्ली के सभी 250 वार्डों में जनसंवाद चलाएगी.
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जनसंवाद का एलान करते हुए आम आदमी पार्टी के विधायक ऋतुराज झा ने कहा कि 1 दिसंबर 2023 से ‘मैं भी केजरीवाल’ अभियान की शुरुआत की गई थी, जिसके हमारी सोच से बेहतर परिणाम सामने आए. हमारे कार्यकर्ताओं ने 2382122 घरों में जाकर लोगों से बात की. इनमें अगर 4 लोगों का भी परिवार है तो लगभग 1 करोड लोगों से संवाद किया.
डोर टू डोर अभियान में क्या निकला?
वहीं, AAP नेता जितेन्द्र तोमर ने कहा कि यह डोर टू डोर अभियान अलग था. सभी मंत्री और पदाधिकारी लोगों के बीच गए. लोग इस बात को मानते हैं कि ये लोग गलत कर रहे हैं. 98 फीसदी लोगों ने कहा कि अरविंद केजरीवाल अगर जेल जाते हैं तो जेल से सरकार चलाएं किसी भी हालत में इस्तीफा ना दें। लोग समझ चुके हैं कि ये राजनीति से प्रेरित मामला है.
AAP विधायक कुलदीप कुमार ने कहा कि दिल्ली में 44 लाख घर हैं उनमें से तकरीबन 24 लाख लोगों तक पहुंचे हैं. अब हम दिल्ली में जनसंवाद करेंगे. अरविंद केजरीवाल ने भी यही कहा था कि लोगों की राय से काम करेंगे. दिल्ली के सभी 250 वार्ड में 4 से 10 जनवरी तक संवाद करेंगे. लोगों ने एक मत कह दिया है कि वो दिल्ली के बेटे अरविंद केजरीवाल के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने को तैयार हैं. बीजेपी को जवाब देंगे.
1 करोड़ लोगों तक पहुंचने का दावा
आप MLA राजेश गुप्ता ने कहा कि तकरीबन 1 करोड़ लोगों तक हम पहुंचे. दिल्ली के लोकप्रिय मुख्यमंत्री को ED नोटिस भेज रही है. हमने 62 विधानसभा सीटें जीती है इसका मतलब कि हर घर से वोट मिला है. भाजपा आम आदमी पार्टी से डरती है.
3 जनवरी को अरविंद केजरीवाल पूछताछ के लिए ED के सामने पेश होंगे या नहीं इस सवाल पर विधायक कुलदीप कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री पहले भी इस बात का जवाब दे चुके हैं। लेकिन सभी जानते हैं कि ये राजनीति से प्रेरित मामला है. कोई शराब घोटाला नहीं है. उनकी लीगल टीम बताएगी जाना है या नहीं जाना है.
1-30 दिसंबर तक चलाया था डोर टू डोर कैंपेन
आपको बता दें कि आबकारी मामले में पहली बार ED का नोटिस मिलने के बाद आम आदमी पार्टी ने अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी की आशंका को व्यक्त करते हुए 1 से लेकर 30 दिसंबर तक डोर टू डोर कैंपेन चलाया था और लोगों से रायशुमारी की थी. आम आदमी पार्टी का दावा है कि इस दौरान 24 लाख घरों और तकरीबन 1 करोड़ लोगों से संपर्क किया था.