सोमवार को भगवान अयप्पा का मंदिर विशेष पूजा के लिए खुलने जा रहा है लेकिन इससे पहले पुलिस ने मंदिर पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं और सबरीमला तथा आसपास के इलाकों में चार या अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. पिछले महीने रजस्वला उम्र वर्ग की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश देने के विरोध में हिंसक प्रदर्शन हुए थे. खबरों के मुताबिक मंदिर सोमवार को शाम पांच बजे विशेष पूजा श्री चितिरा अट्टा तिरूनाल के लिए खुलेगा और उसी दिन रात दस बजे बंद हो जाएगा. तांत्री कंडारारू राजीवारू और मुख्य पुजारी उन्नीकृष्णन नम्बूदिरी मंदिर के कपाट संयुक्त रूप से खोलेंगे और श्रीकोविल (गर्भगृह) में दीप जलाएंगे.
मंदिर में पूजा को लेकर मचे बवाल को लेकर 2300 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है जिनमें 20 सदस्यीय कमांडो टीम और 100 महिलाएं शामिल हैं. इस तरह की किलेबंदी का पूर्ववर्ती शाही परिवार पंडालम, भाजपा और कांग्रेस ने विरोध किया है. आपको बता दे कि मंदिर को 17-22 अक्टूबर तक पांच दिन तक चलने वाली मासिक पूजा के लिए खोला गया था. उस दौरान प्रतिबंधित आयु वर्ग की महिलाओं के मंदिर में प्रवेश के खिलाफ श्रद्धालुओं और अन्य संगठनों का विरोध प्रदर्शन देखा गया था. कम से कम एक दर्जन युवा महिलाओं ने प्रार्थना करने का असफल प्रयास किया था लेकिन उन्हें भारी विरोध का सामना करना पड़ा था