उत्तर प्रदेश के लखनऊ में बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां 14 साल की लड़की अचानक घर से लापता हो गई. जब लड़की लापता हुई तो घर में सिर्फ उसका पिता था. मां मायके गई थी. एक महीने बाद जब वो घर लौटी तो बेटी को न पाकर घबरा गई. पति से पूछा कि बेटी कहां है. वो ढंग से कोई जवाब न दे पाया तो महिला थाने पहुंच गई. उसने पुलिस से कहा कि मेरी बेटी एक महीने से लापता है. मुझे शक है कि इसके पीछे मेरे पति का हाथ है.
पुलिस ने महिला की तहरीर पर मामला दर्ज किया. महिला के पति से सख्ती से पूछताछ की तो वह टूट गया. फिर उसने बेटी की मौत की बात बताई, जिसे सुनकर हर कोई चौंक गया. मामला मोहनलालगंज में कोतवाली क्षेत्र के सोहांवा गांव का है. सुनीता ने सोमवार को थाने में तहरीर दी कि कुछ समय पहले मायके गई थी. जब लौटी तो उसकी बेटी घर पर नहीं थी. उसने इस बारे में पति संजीवलाल से पूछा.
संजीवलाल ने बताया कि एक महीने पहले उनकी बेटी कहीं गायब हो गई है. सुनीता ने पूछा कि अगर बेटी गायब हो गई है तो आपने इसकी शिकायत पुलिस से क्यों नहीं की. मुझे भी इस बारे में क्यों कुछ नहीं बताया? इन सब बातों का संजीवलाल ठीक से कोई जवाब न दे पाया. सुनीता को शक हुआ कि कहीं इन सब के पीछे उसके पति का ही हाथ तो नहीं है? इसलिए वो सीधे थाने पहुंच गई. उसने बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई. साथ ही पति पर भी शक जताया. पुलिस ने मामले की जांच शुरू की. महिला के पति से जब सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने चौंकाने वाला खुलासा किया.
आत्महत्या या हत्या?
पुलिस को सुनीता के पति ने बताया, ‘ 6 मई की रात को बेटी फोन पर किसी से बात कर रही थी. डांट लगाने के बाद वो ठीक थी. सभी खाना खाकर सोने चले गए. तभी देर रात बेटी ने फांसी लगा ली. 6 मई की सुबह सोकर उठे तो बेटी फांसी के फंदे पर लटकी थी. देखा तो वो डर गया. घर में मौजूद मासूम बेटों के साथ मिलकर बेटी के शव को नीचे उतारा. घर के पास तबेले में ही एक गड्ढा खोदा. इसके बाद बेटी की लाश को वहां दफना दिया.’ फिलहाल मामले में जांच जारी है. पुलिस पता लगा रही है कि ये आत्महत्या थी या हत्या. शव को गड्ढे से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है.