राजस्थान की राजधानी जयपुर से सेक्सटॉर्शन का मामला सामने आया है. मामले में शहर के एक बिजनेसमैन को महिला ने अपने प्यार में फंसाकर उसे दिल्ली बुलाकर किडनैप कर लिया. अपने पति और साथियों की मदद से उसके बेटे से 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी. रकम हाथ नहीं लगी तो उसकी हत्या कर नाले में फेंक दिया. वारदात को अंजाम देने के बाद सभी आरोपी चारधाम की यात्रा पर निकल गए.
घटना के खुलासे के लिए पुलिस को 300 सीसीटीवी कैमरों की मदद लेनी पड़ी. पुलिस को लाश खोजने के लिए 14 नाले खंगालने पड़े. जयपुर की गलतागेट थाना पुलिस ने वारदात में शामिल चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. वहीं, 2 आरोपी अभी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं, जिन्हें तलाशा जा रहा है. आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने 4 राज्यों में दबिश दी.
कारोबारी का था महिला से प्रेम संबंध
पुलिस के मुताबिक, गलतागेट निवासी पीयूष दिलीप सांवरिया ई-रिक्शा की बैटरी का बिजनेस करता था. उसका अंजली सोनी नाम की महिला से प्रेम संबंध था. वह अपने पति प्रदीप गोस्वामी के साथ गणेशपुरी कॉलोनी के सत्यम मार्ग पर रह रही थी. उसका पति ई-रिक्शा चलाता है जो मुरैना मध्य प्रदेश का रहने वाला है. दिलीप कई महीनों से अंजली से रिलेशनशिप में था. उसने दिलीप से 30 हजार रुपये उधार ले रखे थे. अंजली उससे तंग आ चुकी थी. उसने अपने पति और साथियों के साथ मिलकर उसके किडनैप कर फिरौती मांगने का प्लान बनाया.
दिल्ली बुलाकर किया अपहरण
पुलिस ने बताया कि प्लान के मुताबिक अंजली ने दिलीप को फोन कर उसे मिलने के लिए दिल्ली बुलाया. पहले दिलीप ने आने से मना किया. बाद में वह दिल्ली के लिए रवाना हो गया. दिलीप के बेटे पीयूष सांवरिया ने पुलिस को शिकायती पात्र देकर बताया था कि उनके पिता 20 मई की रात घर से फरीदाबाद जाने की बात कहकर गए थे. 7 दिन तक उनसे कोई संपर्क नहीं हुआ. उन्होंने कई जगह उन्हें तलाशा लेकिन वह नहीं मिले. 28 मई की सुबह उनके मोबाइल पर उनके पिता के नंबर से वॉट्सऐप मैसेज आया. जब उसे खोला तो उसमें पिता का हाथ-पैर बंधे और मुंह पर टेप लगा फोटो था. फिर कॉल पर उनसे फिरौती के तौर पर 50 लाख रुपये मांगे गए.
इस तरह मिला पुलिस को सुराग
शिकायत मिलते ही पुलिस ने जांच शुरू कर दी. दिलीप के मोबाइल को ट्रेस किया गया. उसकी कॉल डिटेल्स निकाली गई, उसमें अंजली से हुई बातचीत का सुराग पुलिस को मिला. दिलीप के मोबाइल की लास्ट लोकेशन जयपुर के पास कानोता इलाके में पाई गई. इसके अलावा उसकी लोकेशन दिल्ली में भी पाई गई. इस बीच अंजली की लोकेशन भी दिल्ली में मिली. पुलिस ने जब अंजली और उसके पति को तलाशा तो वह गायब थे.
पुलिस की टीम हुई दिल्ली रवाना
मामले का खुलासा करने के लिए पुलिस की एक टीम दिल्ली रवाना की गई. लोकेशन के आधार पर पुलिस ने 4 दिन तक करीब 300 सीसीटीवी कैमरे तलाशे. पुलिस को कुछ सुराग हाथ लगे. एक फ्लैट की तलाशी पर वहां हत्या के सुबूत मिले. कुछ मुखबिरों को भी इस केस में लगाया गया. उनसे जानकारी मिली कि अंजली और उसके पति ने साथियों के साथ मिलकर दिलीप की हत्या कर दी.
आरोपी चारधाम हुए रवाना
बचने के लिए वह चारधाम की यात्रा के लिए रवाना हो गए. पुलिस ने मोबाइल की लोकेशन के आधार पर अंजली और उसके पति को गिरफ्तार कर लिया. दोनों से पूछताछ की गई. पुलिस खुलासे के मुताबिक, अंजली ने जुर्म कुबूल करते हुए बताया कि वह दिलीप से काफी तंग आ गई थी. 3 मई को वह अपने पति के साथ दिल्ली आई. उन्होंने अपने साथी मनीष, मुकेश, विजय और संतोष कुमार के साथ दिलीप के अपहरण की प्लानिंग की. अंजली ने 20 मई को दिलीप को फोन कर उसे दिल्ली बुलाया. दिल्ली पहुंचते ही उसे आरोपियों ने बंधक बना लिया.