पढ़ाई का दबाव या कुछ और…क्यों ‘सुसाइड फैक्ट्री’ बन रहा कोटा? 6 महीने में 11 छात्रों की मौत

राजस्थान के कोटा से सुसाइड की आने वाली खबरें परेशान करने वाली हैं. यहां एक और कोचिंग स्टूडेंट के सुसाइड का मामला सामने आया है. शनिवार देर रात बिहार के मोतिहारी जिले के रहने वाले कोचिग छात्र ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया. घरवालों को जब छात्र के सुसाइड की सूचना मिली तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई. सभी का रो-रोकर बुरा हाल है.

छात्र करीब 2 साल से कोटा में रहकर इंजीनियरिंग की प्रतियोगी परीक्षा जे ईई की तैयारी कर रहा था. छात्र के सुसाइड की सूचना मिलते ही महावीर नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को मेडिकल कॉलेज अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है.

नहीं मिला कोई सुसाइड नोट
पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि छात्र महावीर नगर इलाके में करीब 2 साल से एक पीजी में रह रहा था. फिलहाल, पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटना के बारे में पीजी संचालक से जानकारी ली है. वहीं छात्र के घरवालों ने पुलिस ने सूचना कर दी गई. घरवालों के आने के बाद युवक के शव को पोस्टमार्ट के लिए भेज दिया जाएगा. महावीर नगर थाना अधिकारी महेंद्र मारू ने बताया कि घटना को लेकर घरवालों को सूचना कर दी गई है. मौके से कोई नोट पुलिस को फिलहाल नहीं मिला है. पुलिस मामले की जांच की जा रही है.

हैरान करने वाली बात है कि पुलिस को पहली जांच में मामला सुसाइड का लग रहा है, लेकिन छात्र के कमरे से किसी तरह का कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. ऐसे में छात्र के घरवालों को भी यकीन नहीं हो रहा है कि उनके बेटे ने सुसाइड कर लिया है.

नहीं बंद हो रहा सुसाइड का गेम
कुछ समय पहले कोटा जहां छात्रों की सफलताओं का सेंटर हुआ करता था वह अब सुसाइड हब बनता नजर आ रहा है. आए दिन कोटा से सुसाइड की खबरें छात्रों, उनके परिवारवालों और आने वाले समय में कोटा में तैयारी करने के लिए जाने वाले छात्रों के लिए बड़ी समस्या है. इस साल कोटा में छात्रों के सुसाइड का यह 11 वां मामला है.

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