मध्य प्रदेश के बालाघाट में नक्सल प्रभावित गांव की रहने वाली 14 साल की एक आदिवासी नाबालिग बच्ची को रात के वक्त कुछ युवकों ने रोककर जबरन उसके साथ रेप किया. इतना ही नहीं नाबालिग को किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी भी दी. जिसके बाद डरी सहमी बच्ची घुट-घुट कर जीती रही और किसी से चर्चा नहीं की. कुछ समय बाद वह गर्भवती हो गई. इसके बाद परिजनों ने नाबालिग से पूछा तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई. परिजनों ने बालाघाट जिले के रूपझर थाना पहुंचकर सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया.
वहीं पुलिस ने मामले की संगीनता को देखते हुए तुरंत कार्रवाई की और आरोपियों को 24 घंटे के अंदर ही गिरफ्तार कर लिया. पुलिस की मानें तो नाबालिग बच्ची की उम्र 14 साल 2 महीने ही है. नाबालिग की मां नहीं रही और पिता छत्तीसगढ़ में काम के लिये गया है. नाबालिग मासूम अपनी नानी के साथ रहती है.
नाबालिग बच्ची ने अपने परिजनों के साथ रूपझर थाना में जाकर 19 जून को रिपोर्ट दर्ज करवाई है. नाबालिग ने अपने बयानों में पुलिस को बताया कि मार्च-अप्रैल महीने में उसके किसी रिश्तेदार के यहां शादी थी. शादी से रात के वक्त जब वह लौट रही थी उसी वक्त रास्ते में युवक सूर्या मर्सकोले 21 साल और अज्जू गड़ेर 23 साल ने उसका रास्ता रोक लिया. इसके बाद दोनों आरोपियों ने नाबालिग के साथ रेप किया और जान से मारने की धमकी दी.
रूपझर थाना प्रभारी नितिन पटले ने बताया कि नाबालिग लड़की ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है. एसपी समीर सौरभ के निर्देशानुसार और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बैहर के. एल. बंजारा और एसडीओपी अरविंद शाह के मार्गदर्शन में एक टीम गठित कर आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धाराओं व पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया. पुलिस ने आरोपियों के कुछ ही घंटों में ढूंढ निकाला और दबोच लिया.
उन्होंने आगे कहा कि नाबालिग ने बताया कि जब बच्ची के घरवालों को उसके प्रेग्नेंट होने की बात पता चली तो उससे घर में ही पूछताछ हुई, इसके बाद बच्ची ने डरते-डरते अपने साथ हुई हैवानियत की बात बुआ को बताई. लडक़ी को जानकारी लगीं को वह गर्भवती हो गई हैं तो उसने सारी घटना की जानकारी अपनी सगी बुआ को बताई. क्योंकि लडक़ी डरी हुई थी उसकी मां नहीं हैं और पिता रोजी-रोटी के लिए बाहर कमाने जाते हैं. जांच में पाया गया हैं कि लडकी गर्भवती है.