2019 का लोकसभा चुनाव बेहद करीब है और हरियाणा में राजनीति का पारा बेहद गर्माया हुआ है. पिछले कुछ दिनों से हरियाणा में इंडियन नेशन लोकदल पार्टी मीडिया की सुर्खियों बटोर रही है. जिसकी वजह हरियाणा में इंडियन नेशन लोकदल पार्टी या कहे चौटाला परिवार में फूट पड़ना है. बुधवार को चौटाला परिवार को एक और झटका मिला है. पार्टी अध्यक्ष ओमप्रकाश चौटाला ने अपने बेटे अजय चौटाला को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया. इसी बीच हरियाणा के चौटाला परिवार में संग्राम छिड़ा हुआ है. खबरों के मुताबिक अजय चौटाला को अनुशासन हीनता के चलते पार्टी से निकला गया है.
आपको बता दे कि कुछ दिन पहले सांसद दुष्यंत चौटाला और उनके भाई दिग्विजय चौटाला को पार्टी भी निष्कासित कर दिया था. इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) पार्टी से दुष्यंत-दिग्विजय के निष्कासन के बाद से ही पार्टी में लगातार विद्रोह देखने को मिल रहा था. पार्टी कार्यकर्ता दुष्यंत के पक्ष में काली पट्टियां बांधकर धरने पर बैठ गये थे.
वही इंडियन नेशनल लोकदल के प्रदेश प्रवक्ता उमेश भाटी ने कहा है कि अजय चौटाला को अनुशासनहीनता के कारण पार्टी से निकला गया है . साथ ही उन्होंने चौटाला परिवार में पड़ रही फूट के पीछे बीजेपी और कांग्रेस की चाल बताया है. 2019 विधानसभा चुनाव पर पूछे गए सवाल पर भी भाटी ने कहा है 2019 चुनाव में पार्टी को कोई नुक्सान नहीं होगा. जहां ओम प्रकाश चौटाला या चश्मा चुनाव चिन्ह है वहीं पार्टी का कार्यकर्ता साथ में खड़ा है.
मालूम हो कि शिक्षक भर्ती घोटाले में जेल की सजा काट रहे इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के महासचिव अजय चौटाला ने 5 नवंबर को पैरोल पर रिहा होने के बाद पार्टी और परिवार में चल रहे घमासान पर काफी आक्रमक प्रतिक्रिया दी थी. अजय चौटाला ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था, ”याचना नहीं अब रण होगा, जीवन या मरण होगा. दुर्योधन तू उत्तरदाई होगा. हिंसा का उत्तरदाई होगा.”