भारत समय की रफ्तार के साथ तरक्की की ऊंचाई चढ़ रहा है और तेजी से आगे बढ़ रहा है, इसी कड़ी में जहां पहले वंदे भारत ने कई शहरों में रफ्तार पकड़ी वहीं अब इसके कोच में भी इजाफा हुआ है. आज यानी 9 अगस्त को पहली बार देश में 20 कोच वाली वंदे भारत ट्रेन दौड़ी. आज सुबह 7 बजे अहमदाबाद से इस ट्रेन का ट्रायल हुआ. अहमदाबाद से मुंबई के बीच 20 कोच वाली पहली वंदे भारत ट्रेन का ट्रायल रन शुरू हो गया है. 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से 20 कोच वाली पहली वंदे भारत ट्रेन का ट्रायल किया जा रहा है.
अभी तक देश में वंदे भारत ट्रेन में बड़े शहरों में 16 कोच और छोटे शहरों के बीच 8 कोच चलाए जाते हैं. अभी तक अहमदाबाद से मुंबई के बीच 16-16 कोच की दो वंदे भारत ट्रेन चल रही थी. लेकिन आज से अहमदाबाद और मुंबई के बीच 20-20 कोच वाली वंदे भारत ट्रेन का ट्रायल शुरू कर दिया गया है. अगर वंदे भारत ट्रेन के यह ट्रायल कामयाब रहते हैं तो समय के साथ लोगों को 20 कोच वाली ट्रेन से यात्रा करने का लाभ मिलेगा.
20 कोच वाली ट्रेन से होगा फाएदा
मुंबई से अहमदाबाद तक 16 कोच वाली दो वंदे भारत ट्रेन इस ट्रैक पर चलती है , यह ट्रेन पूरी तरह से भरी रहती है, प्रत्येक 16-कोच वाली ट्रेन में 1,128 यात्री बैठते हैं, जिसमें 52 सीटों वाले दो फर्स्ट कोच होते हैं, जिसमें प्रत्येक में 78 यात्रियों के बैठने की जगह है. नई 20 कोच वाली ट्रेन की क्षमता लगभग 25 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है, जिससे अधिक यात्री एक साथ सफर कर सकेंगे
स्पीड बढ़ाना भी मकसद
साथ ही इस ट्रायल का मकसद वंदे भारत ट्रेन की स्पीड को भी बढ़ाना है, फिलहाल वंदे भारत ट्रेन की स्पीड 120-130 किमी प्रति घंटे है जिसको बढ़ाकर 160 किमी प्रति घंटे करना रेलवे का मकसद है, जिससे मुंबई और अहमदाबाद के बीच सफर करने का समय 45 से 60 मिनट तक कम हो जाएगा.
कितनी लागत
मुंबई-सूरत-वडोदरा-दिल्ली कॉरिडोर पर भी 160 प्रति घंटा स्पीड से दौड़ने वाली ट्रेन के लिए निर्धारित किया गया है. हालांकि रेलवे के इस परियोजना की लागत लगभग 3,959 करोड़ रुपये है, जबकि दिल्ली के मार्ग का कुल बजट लगभग 10,000 करोड़ रुपये है. वर्तमान में, वंदे भारत, तेजस और शताब्दी एक्सप्रेस सहित 50 से अधिक ट्रेनें मुंबई और अहमदाबाद के बीच चलती हैं, जो 100 किमी प्रति घंटे से 110 किमी प्रति घंटे की स्पीड से चलती हैं.