स्टैच्यू ऑफ यूनिटी देखने वालो के लिए अच्छी खबर है. अब स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को वायु और रेल परिवहन से जल्द जोड़ने की तैयारी की जा रही है. इसकी जानकारी गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपानी ने दी है. वायु और रेल परिवहन से जुड़ जाने के बाद लोगों को विश्व की सबसे बड़ी प्रतिमा का दीदार करने में दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा. स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को रेल और वायु परिवहन से जोड़ने के लिए सीएम विजय रूपानी ने दिल्ली में अधिकारियों के साथ बैठक की है. मुख्ममंत्री ने इस परियोजना के लिए भारतीय विमान पत्तनम (एएआई) और रेलवे बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अलग-अलग बैठकें की.
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक पहुंचने के लिए कोई भी सीधा संपर्क नहीं है. स्टैच्यू ऑफ यूनिटी विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा है और इसका निर्माण राज्य में नर्मदा जिले में केवाड़िया गांव के निकट किया गया है. रोजाना स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को देखने वालो की तादाद बढ़ती जा रहे है. जिसे देखते हुए सरकार ने यह कदम उठाया है.
ज्ञात हो कि सरदार वल्लभभाई पटेल की आज 143वीं जयंती पर उनकी नवनिर्मित 182 मीटर ऊंची विशाल प्रतिमा ‘स्टैैच्यू ऑफ यूनिटी’ का गुजरात के केवड़िया में अनावरण किया गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ (Statue of Unity) का अनावरण किया. अपनी ऊंचाई के कारण यह प्रतिमा अब दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति बन गई है. दुनिया में अब दूसरे स्थान पर चीन में स्प्रिंग टेंपल में बुद्ध की मूर्ति है, जिसकी ऊंचाई 153 मीटर है. सरदार पटेल की इस मूर्ति को बनाने में करीब 2,989 करोड़ रुपये का खर्च आया