प्रधानमंत्री मोदी ने कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) वेस्‍टर्न पेरिफेरल एक्‍सप्रेस वे का किया उद्घाटन

सोमवार को गुरुग्राम के सुल्तानपुर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वेस्‍टर्न पेरिफेरल एक्‍सप्रेस-वे यानि कि कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्‍सप्रेस वे का शुआरम्भ किया. केएमपी एक्‍सप्रेस वे को वेस्‍टर्न पेरिफेरल एक्‍सप्रेस वे भी कहा जा सकता है  केएमपी एक्‍सप्रेस वे को 2009 में पूरा होना था. लेकिन विभिन्‍न कारणों से इसका निर्माण टलता रहा. इसकी कुल लंबाई 83 किमी. की होगी. यह एक्‍सप्रेस वे हरियाणा के 5 जिलों सोनीपत, झज्‍झर, गुरुग्राम, मेवात और पलवल से होकर गुजरेगा. यह सोनीपत के पास एनएच 1, बहादुर गढ़ के पास एनएच 10, मानेसर में एनएच 8 और पलवल के पास एनएच 2 को जोड़ेगा. इस 6 लेन एक्‍सप्रेस वे में पार्किंग, पेट्रोल पंप, हेलीपैड, पुलिस स्‍टेशन, अस्‍पताल, होटल आदि उपलब्‍ध होंगे। इसमें 8 छोटे और 6 बड़े पुल, 4 रेलवे ओवर ब्रिज, 34 अंडरपास और 64 पैदल पार पुल होंगे. यहां कारों के लिए स्‍पीड लिमिट 120 किमी प्रति घंटा और भारी वाहनों के लिए 100 किमी प्रति घंटा होगी.

उद्घाटन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि:

अभी कुण्डली- मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे को देश को समर्पित करने का मौका मिला है। इसका पहला चरण 2 वर्ष पहले पूरा हो गया था। दूसरा चरण, जो कुण्डली से मानेसर तक, 83 किलोमीटर लंबा है, उसका आज लोकार्पण किया गया है। इसके साथ ही अब 135 km का ये एक्सप्रेसवे पूरा हो गया है: PM

इसके साथ ही करीब 500 करोड़ की लागत से बनी बल्लभगढ़ मुजेसर मेट्रो लाइन की शुरुआत भी हो गई है। ये दोनों योजनाएं जहां कनेक्टिविटी को लेकर इस क्षेत्र में नई क्रांति लाएंगी, वहीं श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के जरिए यहां के युवाओं को नई ताकत मिलेगी: PM

आज का ये अवसर दो तस्वीरों को याद करने का भी है। एक तस्वीर वर्तमान की है। ये तस्वीर भाजपा सरकारों की कार्यसंस्कृति की है, हमारे काम करने के तरीके की है। वहीं दूसरी तस्वीर हमें पहले की सरकार के समय में कैसे काम होता था, इसकी याद दिलाती है: PM

वो तस्वीर याद दिलाती है कि इस एक्सप्रेसवे पर 12 साल से काम चल रहा था। वो तस्वीर याद दिलाती है कि ये एक्सप्रेसवे आपको 8-9 साल पहले ही मिल जाना चाहिए था। लेकिन ऐसा हुआ नहीं.. पहले की सरकारों के जो तौर-तरीके थे, उसने इस एक्सप्रेसवे को पूरा होने में 12 साल लगा दिए: PM

इस एक्सप्रेस-वे का इस्तेमाल कामनवेल्थ गेम्स में होना था। लेकिन कामनवेल्थ खेल जो गति की गई, वही कहानी इस एक्सप्रेस वे की भी है। मुझे ध्यान है कि जब प्रगति की बैठकों में मैंने इस प्रोजेक्ट की समीक्षा करनी शुरु की थी, तो कितने सारे पेंच पता चले थे: PM

पहले की सरकार में जिस तरह काम हुआ, वो एक केस स्टडी है कि कैसे जनता के पैसे को बर्बाद किया जाता है। जब ये प्रोजेक्ट शुरू हुआ था, तो अनुमान लगाया गया था कि इस पर 1200 करोड़ रुपए खर्च होंगे। आज इतने वर्षों की देरी की वजह से इसकी लागत बढ़कर 3 गुना से ज्यादा हो गई: PM

ये एक्सप्रेसवे, दिल्ली और आसपास के इलाके में प्रदूषण को कम करने में बड़ी भूमिका निभाएगा। एक तरह से देखें, तो ये एक्सप्रेसवे Economy Environment Ease of Travelling के साथ ही Ease of living की सोच को भी गति देगा: PM

लोग वहीं हैं, काम करने वाले वही हैं, लेकिन जब इच्छाशक्ति हो, संकल्पशक्ति हो, तो कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। यही वजह है कि जहां साल 2014 से पहले देश में एक दिन में सिर्फ 12 किलोमीटर हाईवे बनते थे, आज लगभग 27 किलोमीटर हाईवे का प्रतिदिन निर्माण हो रहा है: PM

किसी भी क्षेत्र में बढ़ती हुई कनेक्टिविटी, अपने साथ, रोजगार के नए अवसर भी लेकर आती है। ये हाईवे का बनना, मेट्रो या रेल का बनना, जल मार्ग का विकसित होना, एक पूरा इकोसिस्टम बनाता है। इस का फायदा, ट्रांसपोर्ट, कंस्ट्रक्शन से लेकर मैन्यूफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर तक को होता है: PM

ये सरकर देश में कारोबारियों को ताकत देना चाहती है, युवाओं को गति देना चाहती है। युवाओं को इनोवेशन से इंडस्ट्री की दिशा में आगे बढ़ा रही है। उनके कांसेप्ट को कैपिटल की कमी न हो इसका ध्यान रख रही है। स्टार्ट अप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया योजनाएं इसी सोच के साथ चल रहीं हैं: PM

केंद्र सरकार के विजन को आगे बढ़ाने में हरियाणा ने पूरा सहयोग दिया है। बेटी बचाओ – बेटी पढ़ाओ योजना और खेलो इंडिया की सफलता इसका बड़ा उदाहरण हैं। खेलों में देश के लिए सबसे ज्यादा मेडल यहां के ही बेटी और बेटे ही ला रहे हैं। हरियाणा के युवाओं का डंका पूरे दुनिया में बजा है: PM

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