ये आखिरी मौका…ममता ने फिर बुलाई जूनियर डॉक्टरों की मीटिंग, नहीं होगी लाइव स्ट्रीमिंग

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर डॉक्टरों की मीटिंग बुलाई है. यह बैठक शाम पांच बजे सीएम आवास पर होगी. ममता ने कहा कि प्रदर्शनकारी डॉक्टरों से बातचीत का यह आखिरी मौका है. सीएम की तरफ से ये भी साफ कर दिया गया है कि बैठक में जो भी बातचीत होगी, उसकी लाइव स्ट्रीमिंग नहीं होगी. मगर बैठक की वीडियो रिकॉर्डिंग की जा सकेगी. ऐसे में देखना होगा कि प्रदर्शनकारी डॉक्टर्स इस मीटिंग में शामिल होने जाते हैं या नहीं. कोलकाता रेप केस मामले में न्याय की मांग को लेकर जूनियर डॉक्टर्स पिछले एक महीने से ज्यादा समय से प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शन खत्म करने को लेकर सीएम ममता ने इन्हें कई बार बातचीत के लिए बुलाया लेकिन प्रदर्शन खत्म करने को लेकर सहमति नहीं बन पाई. ममता बनर्जी ने पिछले शनिवार को भी डॉक्टरों को बातचीत के लिए बुलाया था लेकिन बात एक बार फिर लाइव स्ट्रीमिंग पर आकर अटक गई.

लाइव स्ट्रीमिंग पर ममता राजी नहीं
9 अगस्त को लेडी डॉक्टर की रेप के बाद हत्या को लेकर जूनियर डॉक्टर पिछले 36 दिनों से हड़ताल कर रहे हैं. इसके पहले नबान्न में सीएम ममता बनर्जी और डॉक्टरों के बीच बातचीत की कोशिश फेल हो गई थी. शनिवार दोपहर को सीएम ममता बनर्जी खुद डॉक्टरों के प्रदर्शन स्थल पर पहुंची और कहा कि सरकार दोषी को सजा दिलाना चाहती है. इसके बाद उन्होंने डॉक्टरों को बातचीत का प्रस्ताव दिया. ममता ने शनिवार को डॉक्टरों से करीब 7 मिनट तक अपने मन की बात की और धरना खत्म करने को कहा. इसके बाद डॉक्टरों को अपने घर पर बातचीत के लिए बुलाया, डॉक्टर सीएम आवास गए भी, लेकिन लाइव स्ट्रीमिंग की बात पर मामला फंस गया और आगे बातचीत नहीं हो पाई. इससे पहले की बैठक में सीएम घंटों तक बैठी रहीं लेकिन डॉक्टर्स नहीं पहुंचे.

ममता ने कहा- मुझे पद का लालच नहीं
शनिवार को ममता बनर्जी ने डॉक्टरों से कहा कि वे बारिश के पानी में नहीं भींगे और अंदर आकर बातचीत करें. मुझे पद का लालच नहीं है. मैं आंदोलन को सही मानती हूं. मैं खुद छात्र आंदोलन से निकली हूं. मैंने भी बहुत कुछ सहन किया है. पद नहीं मेरे लिए इंसान होना बड़ी बात है. आज 34 दिन हो गए हैं. तब से मैं भी नहीं सो पाई हूं. आप जब रास्ते पर हैं तो मुजे भी आपकी पहरेदारी करनी पड़ रही है.

क्या है कोलकाता डॉक्टर रेप मर्डर केस?
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज के सेमिनार हॉल के अंदर 9 अगस्त को एक 31 वर्षीय ट्रेनी डॉक्टर के साथ पहले रेप किया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गई. इसके बाद से देशभर के डॉक्टरों ने न्याय के लिए प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. डॉक्टरों का देशव्यापी हड़ताल शुरू हो गया. लोगों का आक्रोश बढ़ता देख हाई कोर्ट ने मामले का संज्ञान लिया. मामले की जांच कोलकाता पुलिस से सीबीआई को सौंपी. हाई कोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई ने अपनी जांच शुरू कर दी. फिर बाद में सुप्रीम कोर्ट ने भी इस मामले का स्वत: संज्ञान लिया था. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में दो बार सुनवाई भी हुई. इस पूरे मामले की जांच सीबीआई कर रही है. पिछली सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने CBI को स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने को कहा था.

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