आज मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के नए मुख्यमंत्रियों शपथ लेंगे. जिसके तहत इन शपथ ग्रहण समारोह में विपक्षी पार्टियों के कई बड़े नेता शामिल हो सकते हैं. तय कार्यक्रम के मुताबिक सबसे पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट शपथ लेंगे. इसके बाद दोपहर में मध्य प्रदेश के नए सीएम कमलनाथ का शपथ ग्रहण कार्यक्रम होगा तथा शाम को छत्तीसगढ़ के नए सीएम भूपेश बघेल सीएम पद की शपथ लेंगे. राजस्थान में सुबह 10 बजे से शपथ ग्रहण समारोह शुरू होगा. वहीं कमलनाथ भोपाल में दोपहर एक बजे जबकि रायपुर में शाम चार बजे भूपेश बघेल लेंगे शपथ. बता दें कि लोकसभा चुनाव से पहले पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव को सेमीफाइनल की तरह देखा जा रहा था. तीनों राज्यों में होने में वाले शपथ ग्रहण समारोह के मौके पर विपक्षी एकता भी दिख सकती है. कांग्रेस पार्टी ने सभी विपक्षी दलों को इन समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रण दिया है.
कांग्रेस की ओर से शपथ ग्रहण समारोह में अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, और मल्लिकार्जुन खड़गे शामिल होंगे. कर्नाटक में भी जब कांग्रेस और जेडीएस की सरकार बनी थी तो शपथ ग्रहण के लिए बेंगलुरु में भी कांग्रेस ने ऐसा ही आयोजन किया था. तब देश भर के विपक्षी दलों के नेता वहां जुटे थे. इस बार भी पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा, केन्द्रीय मंत्री शरद यादव, जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारुख अब्दुल्ला कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे. आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के रिश्तों में नरमी का संकेत देते हुए वरिष्ठ आप नेता संजय सिंह, राजस्थान के मुख्यमंत्री के रूप में अशोक गहलोत के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे. मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए तृणमूल कांग्रेस के नेता दिनेश त्रिवेदी शामिल होंगे.
वही माना जा रहा है कि बहुजन समाज पार्टी की नेता मायावती इस शपथ ग्रहण समारोह से दूरी बना कर रख सकती हैं. दूसरी तरफ अखिलेश यादव और मायावती के अनुपस्थित रहने की स्थिति में विपक्षी एकता पर सवाल खड़े हो सकते हैं. बता दें कि पिछले साल दोनों ही नेता ने कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लिया था. पांच राज्यों में हुए चुनाव में कांग्रेस मिजोरम और तेलंगाना में सत्ता में आने में सफल नहीं हो पाई थी. हालांकि बीजेपी के लिए 2014 के बाद यह सबसे बड़ी हार के तौर देखा जा रहा है.