आज फरीदाबाद पुलिस ने मंगलवार को आगरा नहर के किनारे मिली एक युवक की लाश की घटना का खुलासा करते हुई दो आरोपियों को गिरफ़्तार किया है. दोनों आरोपी सुखविंदर और बिजेंद्रताजुपुरा थाना भूपानी के रहने वाले है. पुलिस के मुताबिक आरोपी बिजेंद्र, मानसिंह और मृतक रविंद्र उर्फ बंटी तीनों थामसन कंपनी में साथ नौकरी करते थे. दिनांक 16.12.2018 को शाम को छुट्टी के बाद बिजेन्द्र, मानसिंह निवासी अजरौंदा व मृतक रविन्द्र उर्फ बंटी निवासी डबुआ कॉलोनी, तीनों ने मिलकर पहले अजरौंदा में शराब पी. उसके बाद मानसिंह वहां से चला गया. बाद में बिजेन्द्र, मृतक रविन्द्र उर्फ बंटी को अपने साथ अपने गाँव ताजुपुरा ले गया. वहाँ बिजेन्द्र के घर जाकर मृतक ने अपनी पत्नी के पास बिजेन्द्र के भाई सुखविंदर के फोन से रात घर ना आने की बात कही थी. .
पुलिस का कहना है कि आरोपी बिजेंद्र ने बताया कि मैने और मृतक रविंद्र ने मेरे घर की छत पर बैठकर और शराब पी. आरोपी के अनुसार जब दोनों शराब पीने के बाद सीढियों से नीचे उतर रहे थे तो ज्यादा नशे में होने के कारण मृतक रविन्द्र छत से नीचे गिरकर घायल हो गया. जिसे घायल अवस्था में आरोपी बिजेन्द्र अपने भाई सुखविंदर की सहायता से रात करीब 11.00 बजे शान्ति हॉस्पिटल खेडी रोड में ले गए. लेकिन उसकी हालत बिगड़ती देख बी.के अस्पताल रेफर कर दिया गया. आरोपियों ने मृतक रविन्द्र को ईलाज के लिए बी.के अस्पताल न ले जाकर, आगरा नहर के किनारे झाड़ियों में फेंक दिया था और ना ही बंटी के परिवार वालों को सूचना दी. साथ ही सुखविंदर के जिस फोन से मृतक ने अपनी पत्नी से बात की थी उस फोन की गुमशुदगी खेडी पुल थाना में लिखवा दी.
आपको बता दे कि इस मामले में घर ना पहुंचने पर मृतक की पत्नी ने थाना सैट्रल में गुमशुदगी का केस दर्ज कराया था. आरोपी बिजेंद्र वारदात के बाद मृतक रविंद्र के परिवार वालों को मदद के नाम पर गुमराह करते हुए उसकी तलाश करवा रहा था.