दिल्ली: केंद्र सरकार ने आईटी एक्ट का इस्तेमाल करते हुए देश की 10 जांच एजेंसियों की भारत के हर कंप्यूटर पर निगरानी रखने को कहा है. सरकार के इस फैसले के बाद पूरा विपक्ष लामबंद हो गया है. कांग्रेस प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने मोदी सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने आज एक पत्रकार वार्ता में बोलते हुए कहा है कि ” क्या मोदी सरकार भारतीय मतदाताओं से डर गयी है? कांग्रेस पर ऊंगलियां उठाने वाली रणनीति पुरानी और बासी हो चुकी है. देश को जवाब चाहिए. हमारी मांग है कि ये गैरकानूनी आदेश जल्द से जल्द वापस लिया जाए और जनता को ये सफाई दी जाए कि इसे क्यों जारी किया गया?
साथ ही उन्होंने कहा है कि क्या अब हिंदुस्तान अब पुलिस स्टेट या सर्विलेंस स्टेट बन गया है? भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की मांग है कि वो स्पष्ट करे कि वो कौन सा जनहित है जो निजता के अधिकार को कुचलता है. मोदी सरकार के 1 पेज के आदेश ने निजता के अधिकार पर 547 पेज के सुप्रीम कोर्ट के आदेश को कुचल दिया है. ये आदेश वोट की चोट के खतरे से बचने के लिये जारी किया गया है. ये आदेश कानून के तहत जनहित में नहीं, सिर्फ मोदी जी के हित में जारी किया गया है.
इस दौरान उन्होने कहा है कि 2014 में घर-घर मोदी के नारे से सत्ता में आये. अब जब सत्ता जा रही है तो घर-घर जासूसी नारा हो गया है. गृह मंत्रालय के इस सर्कुलर का असर देखिए कि मोदी जी के कान अब घर-घर में है. मोदी जी हर फोन की बातचीत सुन सकते हैं. सरकार बेलगाम अधिकार नहीं दे सकती. केस बाई केस के आधार पर इस तरह का आदेश दिया जा सकता है. ये सर्कुलर असंवैधानिक है, गैरकानूनी है, आईटी एक्ट के खिलाफ है और 9 जजों की बेंच के आदेशों की धज्जियां उड़ाने वाला है.
जयवीर शेरगिल ने कहा है कि राफेल घोटाले में चर्चा शुरु हुई कि चौकीदार भागीदार है. अब ये जो आदेश आया है उससे ये चर्चा शुरु हो गयी है कि चौकीदार जासूस भी है. इस सरकार ने आधार का भी विरोध किया. जब सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया तब जाकर ये सरकार रुकी. मोदी जी का पहले भी ये ट्रैक रिकार्ड रहा है, उनको ताक-झांक की लत लग चुकी है. सरकार 10 जांच एजेंसियों को ये हक देती है कि वो कोई भी कम्प्यूटर इंटरसेप्ट कर सकते हैं . लगता है भाजपा को ये हार पची नहीं है. इसलिये देश के नागरिकों की निजता पर वार किया. भाजपा अब राजनीतिक हताशा में घर-घर की निजी बातचीत सुनना चाहती है. हिंदी की एक कहावत है ‘कीजिए न बैठकर बातचीत, 10 हजार जगह पहुंचेगी ये बातचीत’