फरीदाबाद: शनिवार को फरीदाबाद में केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने नवादा गांव में एलिम्को सहायक उत्पादन केन्द्र एवं स्टेट ऑफ दी आर्ट पुनवार्स केन्द्र का भूमि पूजन किया. इस मौके पर गुज्जर ने कहा है कि यह भारत की छठी इकाई है इससे पहले पूरे देश में 5 इकाई थी. उन्होंने बताया कि एक करोड 60 लाख रुपए की लागत से इसकी बाउंड्री का कार्य होगा तथा इस पर कुल 30 करोड रुपए की लागत आएगी जिसमें 100 नौजवानों को रोजगार मिलेगा. साथ ही कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि नवादा गांव के लोगों को इसमें प्राथमिकता दी जाएगी क्योंकि नवादा ग्राम पंचायत ने एलिम्को को जगह उपलब्ध कराई है.
इस दौरान उन्होंने बताया कि इसका कुल क्षेत्रफल 4.87 एकड़ है तथा हरियाणा सरकार द्वारा इस सहायक उत्पादन एवं कृत्रिम अंग फिटिंग सेंटर के लिए 1 रुपये प्रति एकड़ प्रति वर्ष की दर से 33 वर्षों के लिए किराए पर प्रदान की गई है. फरीदाबाद एवं एनसीआर क्षेत्र के दिव्यांग जनों को इस इकाई से सेवा उपलब्ध हो पाएगी. इसमें दिव्यांग जनों के लिए सहायक उपकरण जैसे ट्राई साइकिल, मोटराइज्ड ट्राईसाईकिल, फोल्डिंग व्हीलचेयर, बैसाखी, वॉकिंग सिटिक आदि का उत्पादन किया जाएगा, केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एलिम्को भारत सरकार के द्वारा दिव्यांग जन के हित में चलाई जा रही एडिट योजना तथा वरिष्ठ जन हेतु चलाई जा रही राष्ट्रीय वयोश्री योजना को लागू करने वाली सबसे बड़ी नोडल एजेंसी है. एलिम्को एक ही छत के नीचे विभिन्न प्रकार की दिव्यांगता के लिए सहायक यंत्रों एवं उपकरणों का निर्माण एवं आपूर्ति का कार्य कर रही है.
उन्होंने बताया कि पूरे भारतवर्ष के नागरिक जिनकी आय 15000 प्रति माह से कम हैं. उन्हें निशुल्क उपकरण एवं जिनकी आय 15001 से अधिक परंतु 20000 प्रति माह से कम है. उनको आधे मूल्य पर उपकरण उपलब्ध कराए जाते हैं. उन्होंने बताया की उपकरण प्राप्त करने के लिए आय प्रमाण पत्र निवास ,प्रमाण पत्र, दो फोटो, दिव्यांग का प्रमाण पत्र न्यूनतम 40% होना अनिवार्य है. उन्होने कहा की जब से देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व प्रदेश में मुख्यमंत्री मनोहर लाल की सरकार बनी है तब से सभी विधानसभा क्षेत्रों में समान रूप से विकास कार्य कराए जा रहे हैं.
गुज्जर ने कहा कि देश व प्रदेश में पहली बार भारतीय जनता पार्टी की पूर्ण बहुमत से सरकार आई है. उन्होंने कहा कि साढे 4 सालों में चहुंमुखी विकास कार्य करवाए गए हैं, जिनमें बिजली, पानी, स्वच्छ पेयजल ,बिजली सप्लाई ,सड़कों का निर्माण, नए स्कूल, स्कूलों का अपग्रेडेशन करवाना, महाविद्यालय, विश्वविद्यालय की स्थापना सहित नए पुलों के निर्माण सहित विकास के नए आयाम स्थापित हुए हैं.