दिल्ली: बुधवार को लोकसभा में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल मामले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक बार फिर निशाना साधा है. राहुल ने कहा है कि अब इस मामले में ‘पूरी दाल काली’ है और अब पूरा देश प्रधानमंत्री से सवाल पूछ रहा है कि किसके कहने पर राफेल का सौदा बदला गया. लोकसभा में राफेल मामले पर लोकसभा में चर्चा के दौरान उन्होंने दावा किया कि संयुक्त संसदीय समिति (JPC) की जांच से ही इस मामले में ‘दूध का दूध, पानी का पानी’ हो जाएगा. राहुल गांधी ने केन्द्र सरकार से पूछा कि यूपीए कार्यकाल में 126 राफेल विमान खरीदने की डील हो रही थी, लेकिन मोदी सरकार ने महज 36 राफेल विमान खरीदे. लिहाजा, पहले सवाल के तौर पर राहुल गांधी ने कहा कि सरकार बताए कि खरीदे जाने वाले विमानों की संख्या में बदलाव क्यों किया गया.
इस दौरान राहुल गांधी ने गोवा के एक मंत्री की कथित बातचीत का ऑडियो प्ले करने की इजाजत मांगी, लेकिन लोकसभा अध्यक्ष ने ऑडियो अथवा इसके लिखित ब्यौरे को पढ़ने की इजाजत देने से इनकार कर दिया. वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा कि यह वीडियो झूठा है, इसलिये राहुल इसकी पुष्टि करने से मना कर रहे हैं. इस बीच हंगामे के दौरान सदन की कार्यवाही पांच मिनट के लिए स्थगित कर दी गई. गौरतलब है कि इससे पहले जुलाई 2018 में संसद सत्र के दौरान भी राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि उन्हें फ्रांस के राष्ट्रपति ने बताया कि दोनों देशों के बीच राफेल समझौते में किसी तरह की गोपनीयता का प्रावधान नहीं है. इसी सत्र में संसद में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान राफेल डील पर बोलते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया था कि देश की रक्षा मंत्री ने राफेल डील में खर्च पर खुलासा करने का वादा किया लेकिन उस वादे को पूरा करने से मुकर गईं.