शनिवार को उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी (BSP) के बीच गठबंधन और सीटों का एलान हो चुका है. उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से 38 पर बसपा और 38 पर सपा लड़ेगी. साथ ही 2 सीटें अन्य पार्टियों के लिए रिजर्व रखी गई हैं. इसके अलावा अमेठी और रायबरेली की 2 सीटें कांग्रेस के लिए छोड़ दी हैं. गठबंधन के एलान के लिए अखिलेश और मायावती ने लखनऊ के होटल ताज में प्रेस कांफ्रेंस किया. मायावती ने प्रेस कांफ्रेंस की शुरुआत करते हुए कहा कि इस संयुक्त संवाददाता सम्मेलन से ‘गुरु-चेले’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की नींद उड़ जाएगी.
गेस्ट हाउस कांड नहीं भूली हैं मायावती
मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए गेस्ट हाउस का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि मैं गेस्ट हाउस कांड को पीछे छोड़ते हुए सपा के साथ गठबंधन करने को तैयार हूं. उन्होंने कहा मोदी सरकार को लोकसभा चुनाव में हराने के लिए वह किसी के साथ थी गठबंधन कर सकती हैं.
मायावती को पीएम पद पर समर्थन!
इस मौके पर सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी के नेताओं ने सत्ता के नशे में अब तक जो किया है उन्हें अब सबक सिखाने का समय आ गया है. अखिलेश ने इशारे-इशारे में ये भी कहा कि उनकी पार्टी मायावती को प्रधानमंत्री के तौर पर समर्थन देने को भी तैयार है. अखिलेश यादव ने कहा कि मायावती पर हमला अब सपा पर हमला करने जैसा है. हम बीजेपी को साथ में मिलकर सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाएंगे.
वही दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी (SP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को कहा कि सपा और बहुजन समाज पार्टी (BSP) मिलकर लोकसभा चुनाव में जीत का परचम लहराएंगे. उन्होंने कहा कि पिछले साल लोकसभा उप-चुनाव में हम साथ आए तो प्रदेश के मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्री की सीट पर भाजपा चुनाव हार गई. इस बार भी हमारा गणित सटीक बैठेगा और भाजपा को हार का मुंह देखना पड़ेगा. राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश शुक्रवार को कन्नौज में ई-चौपाल में लोगों को संबोधित कर रहे थे.