प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के पावन संगमतट पर मकर संक्रांति के पहले शाही स्नान के साथ ही आस्था के भव्य कुंभ की शुरुआत हो गई है. इसी के साथ ही इस पावन नगरी में देश-विदेश से संत, श्रद्धालु और पर्यटक भी बड़ी संख्या में पहुंचने लगे हैं. यदि आप भी इस विश्व के सबसे बड़े मेले में जाने की तैयारी कर रहे हैं तो कुंभ में जाने से पहले इन बातों का जरूर ध्यान रखें.
पता, परिवहन और मार्ग की हो पूरी जानकारी
मेले में किसी भी व्यक्ति, संस्था या स्थान पर जाने के लिए उससे संबंधित सभी जानकारी अपने पास जुटा लें और संभाल कर रखें. मसलन यदि आपको कुंभ मेले में किसी व्यक्ति या संस्था के पास जाना है तो वह किस विशेष मार्ग, सेक्टर में है, किसी विशेष झंडे, अखाड़े या किसी धार्मिक संत के करीब है, इसकी पूरी जानकारी लें ले.
यातायात नियमों की अनदेखी न करें
प्रशासन ने बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं को देखते हुए मेला क्षेत्र में यातायात को लेकर विशेष इंतजाम किये हैं. मसलन यदि आप अपने निजी वाहन से कुंभ मेले में जा रहे हैं तो अपने वाहन को निर्धारित पार्किंग स्थल पर ही खड़ा करें. पर्व विशेष या शाही स्नान के दिन यातायात में किये जाने वाले तमाम बदलाव हो देखते हुए ही कुंभ मेले के भीतर अपनी यात्रा का मार्ग चुनें. मसलन, नदी पार करने के लिए जाने वाले पीपे के पुल पर से न तो पैदल और न ही वाहन समेत आने का प्रयास करें.
इन नंबरों को सहेज कर रखें
कुंभ मेले में सुरक्षा संबंधी सावधानियां बहुत जरूरी हैं. ऐसे में कुंभ मेले की यात्रा करते समय अपने परिजनों, पुलिस, फायर ब्रिगेड आदि के नंबर जरूर सुरक्षित रखें, ताकि किसी भी आपदा के समय उसका सदुपयोग कर सकें. प्रशासन ने भूले-भटके लोगों को परिजनों से मिलाने और उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए भी इंतजाम किए हैं. ऐसे में उसका नंबर और मेले में लाउडस्पीकर के जरिए हो रही सूचनाओं पर जरूर ध्यान दें.
अनजान लोगों से रहें सतर्क
कुंभ मेले की यात्रा के दौरान कम से कम सामान लेकर यात्रा करें और पास में कोई कीमती सामान न रखें. अपने सामान को लेकर विशेष रूप से सतर्क रहें. किसी भी लावारिस वस्तु को न छुएं संदेह होने पर पुलिस को सूचित करें. साथ ही साथ अनजान व्यक्ति फिर चाहे वह साधुवेश में हो या आम आदमी खाने—पीने आदि की चीजें स्वीकार न करें.
नदी में यात्रा के दौरान रखें इन बातों का ख्याल
नाव से यात्रा करते समय भी सावधानी अपेक्षित है. यदि किसी नाव में क्षमता से अधिक लोग बैठे हों तो उसमें यात्रा न करें. नाव से यात्रा करते समय लाइफ जैकेट का प्रयोग करें. यदि नाविक तयशुदा किराये से ज्यादा पैसे की मांग करे या फिर कहीं कोई अनहोनी घट रही हो तो तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दें.
नदी स्नान में जरूरी हैं ये सावधानियां
कुंभ मेले में संगम या किसी घाट विशेष पर स्नान करते समय प्रशासन द्वारा बनाए गये नियमों का पूरा पालन करें. संगम स्थल या किसी विशेष घाट पर बनाई गई बैरीकेटिंग के आगे डूबक्षेत्र में जाकर स्नान करने की गलती न करें. ऐसा करने पर अनहोनी की आशंका है. नदी में स्नान करते समय साबुन का प्रयोग न करें और न ही नदी में कपड़े धोएं.
मर्यादा का रखें ख्याल
कुंभ मेले में स्नान एवं लोगों के साथ बातचीत एवं फोटोग्राफी करते समय मर्यादा का पूरा ख्याल रखें. किसी भी साधु—संत या फिर किसी विदेशी पर्यटक से नम्रता से बातचीत करें और बगैर उनकी इजाजत के उनकी फोटो आदि के लिए जिद न करें. धार्मिक पर्व और परंपरा को ध्यान में रखते हुए मर्यादित वस्त्र पहनें.
साफ-सफाई में करें सहयोग
कुंभ मेला क्षेत्र को साफ-सुथरा रखने में सहयोग करें. विदित हो कि गंगा, यमुना और सरस्वती के पावन संगम तट पर पालिथीन पर प्रतिबंध है. ऐसे में इसका प्रयोग न करें और न ही गंदगी फैलाएं. पवित्र नदियों में किसी भी प्रकार का कूड़ा-कचरा न डालें.