छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार ने कर्जमाफी का वादा निभाते हुए किसानों का कर्जमाफ कर दिया है. शुक्रवार को पेश हुए बजट में इस बात की घोषणा की गई. कर्जमाफी का फैसला पांच लाख डिफाल्टर किसानों पर लागू होगा और कर्जमाफी के बाद अब वह फिर से कर्ज ले पाएंगे. इसके अलावा सरकार ने 400 यूनिट तक के बिजली बिल को हाफ करने का निर्णय लिया है. अब 400 यूनिट के बिल पर उपभोक्ता प्रति यूनिट 2.75 रुपए की दर से भुगतान करेंगे. बिल हाफ करने का यह फैसला एक अप्रैल से लागू होगा और इसके लिए 400 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है. सरकार के इस फैसले को लोकसभा आदमी को लुभाने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है.
93 हजार करोड़ के इस बजट के केंद्र में किसान नजर आता है. पिछली बार की तुलना में कृषि बजट में डेढ़ गुना की वृद्धि करते हुए, करीब 21 हजार 597 करोड़ रुपए कर दिया गया है. किसानों का 207 करोड़ रुपए का सिंचाई कर भी माफ करने की घोषणा हुई है.साथ ही, मार्च से सभी गरीब परिवारों को हर माह 35 किलो सस्ता चावल दिया जाएगा.
ये घोषणाएं भी हुईं बजट में
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बजट से किसान और गरीब समृद्ध होंगे. बजट के मुताबिक बेमेतरा में कृषि विश्वविद्यालय, बालोद में महिला कॉलेज और बिलासपुर व जगदलपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल सुपर स्पेशलिटी बनाए जाएंगे. गरीबी रेखा से नीचे के परिवारों को मिनीमाता पेयजल योजना के तहत पेयजल कनेक्शन मुहैया कराया जाएगा. साथ ही, गिरौदपुरी पेयजल योजना के लिए 5 करोड़ आवंटित किए गए है. इसके अलावा दिव्यांग प्रोत्साहन राशि 1 लाख कर दिया गया है. राज्य में 2 हजार नए पुलिसकर्मी भर्ती किए जाएंगे.