भारत ने इथोपियन एयरलाइंस के एक विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के मद्देनजर बोइंग 737 मैक्स 8 विमान को प्रतिबंधित कर दिया है. नागर विमानन सचिव ने बुधवार शाम चार बजे दिल्ली में सभी एयरलाइंस की एक आपात बैठक बुलाई है. साथ ही सभी एयरपोर्ट पर बोइंग 737 मैक्स के संचालन पर रोक लगा दी गई है. भारतीय हवाई क्षेत्र में इन विमानों को शाम चार बजे के बाद प्रवेश करने की अनुमति नहीं है.
डीजीसीए का कहना है कि सभी बोइंग 737 मैक्स विमानों को शाम चार बजे तक उतारा जाएगा. इस प्रतिबंध का सीधा असर फ्लाइट पर भी पड़ सकता है. तत्काल हवाई यात्रा का किराया सामान्य दिनों से काफी ज्यादा है. विमानन कंपनियां इस समय विभिन्न संकटों से गुजर रही हैं, जिसके चलते विमान उड़ान नहीं भर रहे हैं. अब आशंका जताई जा रही है कि बोइंग मैक्स पर प्रतिबंध से किराये में और बढ़ोतरी हो सकती है.
बोइंग 737 मैक्स 8 विमान को प्रतिबंधित करने का फैसला मंगलवार रात लिया दिया. विश्व के कई अन्य देशों ने भी इस तरह का कदम उठाया है. रविवार को हुई इस विमान दुर्घटना में 157 लोगों की मौत हो गई थी. स्पाइस जेट के पास करीब 12 ऐसे विमान हैं, जबकि जेट एयरवेज के पास ऐसे पांच विमान हैं
स्पाइसजेट ने तुरंत अपने 12-13 बी737 मैक्स विमानों की उड़ान पर रोक लगा दी है. पट्टे के किराए का भुगतान नहीं करने के कारण जेट एयरवेज के बोइंग विमान फिलहाल उड़ान नहीं भर रहे हैं. करीब 13 देशों ने बोइंग 737 मैक्स 8 विमानों पर रोक लगा दी है. कुछ ने अपने वायुक्षेत्र को ही इन विमानों की उड़ान के लिए बंद कर दिया है. दुनियाभर की करीब 27 एयरलाइंस ने बोइंग पर रोक लगाई है. वहीं करीब 18 एयरलाइन ने अभी भी इसपर रोक नहीं लगाई है.
नागर विमानन मंत्रालय ने एक ट्विटर पर कहा कि डीजीसीए ने बोइंग 737-मैक्स विमानों के उड़ान भरने पर फौरन प्रतिबंध लगा दिया है. ये विमान तब तक उड़ान नहीं भरेंगे, जब तक कि सुरक्षित परिचालन के लिए उपयुक्त सुधार एवं सुरक्षा उपाय नहीं कर लिए जाते. मंत्रालय ने कहा कि हमेशा की तरह यात्रियों की सुरक्षा हमारी शीर्ष प्राथमिकता है. हम यात्री सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए दुनियाभर के नियामकों, एयरलाइनों और विमान निर्माताओं के साथ करीबी परामर्श करना जारी रखेंगे.
गौरतलब है कि इथोपियन एयरलाइंस का बोइंग 737 मैक्स 8 विमान रविवार को इथोपिया के अदीस अबाबा के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें विमान में सवार सभी 157 लोगों की मौत हो गई थी. बीते करीब पांच महीने में बोइंग 737 मैक्स 8 विमान दूसरी बार हादसे का शिकार हुआ है. पिछले साल अक्टूबर में लायन एयरलाइन का इसी श्रृंखला एक विमान इंडोनेशिया में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें 189 लोगों की मौत हो गई थी.
नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि सचिव को निर्देंश दिए हैं कि यात्रियों को असुविधा से बचाने के लिए आकस्मिक योजना तैयार करने के लिए सभी एयरलाइंस के साथ एक आपातकालीन बैठक करें. यात्रियों की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जा सकता. वहीं यात्रियों के सफर पर इसका न्यूनतम असर पड़े, इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं क्योंकि उनकी सुविधा अहम है. एक बयान में स्पाइस जेट ने कहा कि हम बोइंग और डीजीसीए के साथ लगातार बातचीत कर रहे हैं. हम हमेशा की तरह सुरक्षा को पहले स्थान पर रखना जारी रखेंगे. हम डीजीसीए के मंगलवार के निर्देशों के अनुरूप पहले ही अतिरिक्त एहतियाती उपाय अमल में ला चुके हैं.
यूरोपीय संघ और कई देशों ने अपने-अपने हवाई क्षेत्र में 737 मैक्स 8 के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है. इस विमान के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने वाला पहला देश नीदरलैंड है. इसके अलावा ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी ने भी बोइंग 737 मैक्स 8 के उड़ान भरने पर रोक लगा दी है. तुर्की की एयरलाइन ने भी एलान किया है कि वह बुधवार से कुछ स्पष्टताएं आने तक इन विमानों का परिचालन नहीं करेगी.
वहीं नार्वे की एयर शटल एयरलाइन, दक्षिण कोरिया की ईस्टर जेट, दक्षिण अफ्रीका की कॉमैर ने भी इन विमानों से परिचालन नहीं करने का एलान किया है. सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, मलेशिया, अर्जेंटीना और ओमान ने भी बोइंग 737 मैक्स विमानों पर प्रतिबंध लगा दिया है. चीन ने घरेलू एयरलाइनों को सोमवार से ही इस विमान का परिचालन रोकने का आदेश दिया था. वहीं, इंडोनेशिया ने भी ऐसा ही किया है.