RTI एक्ट के तहत बार-बार एक ही सूचना नहीं मांगी जा सकती, जानिए किसने कहा और क्यों?

लखनऊ: इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने कहा कि सूचना का अधिकार एक्ट के तहत बार-बार एक ही सूचना नहीं मांगी जा सकती। अदालत ने यह आदेश आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर की याचिका पर दिया. न्यायाधीश मुनीश्वर नाथ भंडारी व न्यायाधीश सौरभ लवानिया की खंडपीठ ने कहा कि केंद्रीय सूचना आयोग ने सौमित्र सेन बनाम नार्दर्न कोल फील्ड लि. केस में कहा था कि एक्ट में बार-बार समान सूचना मांगने का अधिकार नहीं है.

कोर्ट ने यह कहते हुए याचिका खारिज कर दी कि अमिताभ द्वारा मांगी गई सूचना पूर्व से ही कोर्ट के सामने विचाराधीन हैं, लिहाजा यह दोबारा नहीं मांगी जा सकती.

कोर्ट ने अमिताभ की तरफ से अधिवक्ता डॉ. नूतन ठाकुर व सूचना आयोग के अधिवक्ता शिखर आनंद का पक्ष सुनने के बाद आदेश दिया. अमिताभ ने गृह विभाग को भेजे गए एक प्रार्थनापत्र के बारे में सूचना मांगी थी. सूचना न मिलने पर उन्होंने अलग-अलग प्रार्थना पत्र देकर यही सूचना बार-बार मांगी थी. इसके लिए उन्होंने मुख्य सूचना आयुक्त के समक्ष अपील भी की थी.

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