दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 के मद्देनजर आप-कांग्रेस गठबंधन होगा या नहीं इस पर से शनिवार को मनीष सिसोदिया ने पर्दा उठाते हुए साफ कर दिया है कि उन्होंने तो बहुत कोशिश की कई फॉर्मूले कांग्रेस के सामने रखे लेकिन कांग्रेस तैयार नहीं हुई. सिसोदिया ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि हम कांग्रेस के भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ते हुए सत्ता में आए. अब हम कांग्रेस का साथ इसलिए चाहते हैं ताकि सांप्रदायिक ताकतें देश को तोड़ न सकें. इसी के चलते हम दिल्ली, गोवा, हरियाणा, चंडीगढ़ और पंजाब में कांग्रेस से गठबंधन चाहते थे. इसके लिए हमने कांग्रेस से बात की, हरियाणा में जेजेपी से बात की.
गोवा और पंजाब में उन्होंने गठबंधन से मना कर दिया. दिल्ली में कांग्रेस का एक भी एमएलए नहीं है. वह पिछले चुनाव में भी बहुत कम वोट पा सके थे. अगर हम दोनों साथ आते हैं तो भाजपा को हरा सकते हैं. नरेंद्र मोदी और अमित शाह की जोड़ी को दोबारा सत्ता में आने से रोक सकते हैं.
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संजय सिंह क्या बोले
संजय सिंह ने कहा, “दिल्ली में कांग्रेस की एक भी सीट नहीं है फिर भी 3 सीट मांग रही. पंजाब में हमारे 4 सांसद और 20 एमएलए हैं और फिर भी हमे एक भी सीट नहीं दे रहे.” गठबंधन में हमारा मकसद सिर्फ सीटों का बंटवारा नहीं, 18 सीटों पर मोदी-शाह की जोड़ी को नीचे लाने का है.
संजय आगे बोले, आखिर मोदी-शाह की जोड़ी की जीत की संभावना को जीवित क्यों रखना चाहती है? उन्होंने पूछा, देश के टुकड़े-टुकड़े करने की मंशा रखने वाली, शहीद हेमंत करकरे जैसे योद्धाओं की शहादत का अपमान करने वाली पार्टी फिर से सरकार बनाती है तो इसकी ज़िम्मेदार कांग्रेस होगी.