वाराणसी: वाराणसी लोकसभा सीट पर महागठबंधन को बड़ा झटका लगा है, चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ महागठबंधन के उम्मीदवार तेज बहादुर यादव की उम्मीदवारी को रद्द कर दिया है. तेज बहादुर यादव पर 2 शपथपत्र में जानकारी छुपाने का आरोप है, दरअसल तेज बहादुर यादव ने निर्दलीय और फिर महागठबंधन की तरफ से दो बार नामांकन दाखिल किया. एक नामांकन में उन्होंने बताया कि भ्रष्टाचार के आरोप लगाने की वजह से उन्हें बीएसएफ से बर्खास्त किया गया जबकि दूसरे नामांकन में उन्होंने इसकी जानकारी नहीं दी थी.
नामांकन रद्द किए जाने के फैसले पर वाराणसी के डीएम ने कहा कि चुनाव लड़ने वाले अगर किसी व्यक्ति को पिछले 5 साल के दौरान केंद्र या राज्य सरकारी की नौकरी से निकाला गया हो तो उसे चुनाव आयोग को यह प्रमाण देना पड़ता है कि उसे भ्रष्टाचार या गैर वफादारी की वजह से नहीं हटाया गया है, डीएम ने कहा कि तेज बहादुर यादव से भी यही प्रमाण मांगा गया था, लेकिन आज सुबह 11 बजे तक उनकी तरफ से प्रमाण नहीं दिया गया जिस वजह से उनका नामांकन रद्द कर दिया गया है.