अमेठी: लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में छह मई को होने वाले मतदान से ठीक पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने खत लिखकर अमेठी को अपना परिवार बताया और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. राहुल गांधी ने कहा कि अमेठी से उनका रिश्ता भावनात्मक तौर पर उतना ही मजबूत है, जितना परिवार के सदस्यों के बीच होता है. राहुल ने आरोप लगाया कि बीजेपी झूठ और पैसे के बल पर चुनाव जीतना चाहती है. राहुल गांधी ने कहा, ‘अमेठी मेरा परिवार है. मेरा अमेठी परिवार मुझे हिम्मत देता है कि मैं सच्चाई के साथ खड़ा रहूं, मैं गरीब-कमजोर लोगों की पीड़ा सुन सकूं और उनकी आवाज उठा सकूं और सबके लिए एक समान न्याय का संकल्प ले सकूं. आपने मुझे जो प्यार की सीख दी थी, उसके आधार पर मैंने पूरे देश को उत्तर से दक्षिण, पूरब से पश्चिम तक जोड़ने की कोशिश की है”
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस पार्टी जहां गरीबों, महिलाओं, छोट दुकानदारों के लिए काम करना चाहती है, वहीं बीजेपी का मकसद 15-20 उद्योगपतियों को सरकार का मालिक बना देना है. उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस के सिस्टम में मालिक जनता है, जबकि बीजेपी के सिस्टम में मालिक अनिल अंबानी हैं’. राहुल गांधी ने कहा कि केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनते ही अमेठी में विकास के रुके सभी काम फिर से शुरू कराए जाएंगे.
राहुल गांधी ने कहा, ‘मेरा अमेठी परिवार जानता है कि बीजेपी के लोग चुनाव के दौरान यहां झूठ की फैक्ट्री लगा देते हैं और पैसे की नदियां बहाते हैं. लेकिन बीजेपी वाले शायद नहीं जानते हैं कि अमेठी की ताकत उसकी सच्चाई, स्वाभिमान और सादगी है. अमेठी की जनता से मेरा वचन है कि केंद्र में कांग्रेस सरकार बनते ही बीजेपी द्वारा अमेठी के लिए रोके गए सारे काम तेज गति से शुरू होंगे’
बता दें कि अमेठी में चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की बहन प्रियंका गांधी और बीजेपी प्रत्याशी स्मृति इरानी के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है. हालांकि, राहुल गांधी या प्रियंका ने कभी सीधे स्मृति का नाम नहीं लिया है, लेकिन कांग्रेस महासचिव अब मतदाताओं से पूछ रही हैं कि अगर ‘बीजेपी उम्मीदवार’ फिर से हार जाती हैं और राहुल गांधी प्रधानमंत्री बन जाते हैं तो उनका क्या होगा?