रामपुर: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और रामपुर से प्रत्याशी आजम खान ने कहा कि जिला प्रशासन के अधिकारी उनकी हत्या कराना चाहते हैं. उन्होंने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर भी सवाल उठाए और मतगणना में धांधली की आशंका भी जताई. आजम खान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा,”वो तो चुनाव आयोग का बस नहीं चल रहा वरना वो तो सीधे ही मोदी जी को प्रधानमंत्री पद की शपथ दिला दे. वो इतने मोदीमय हो गए हैं कि कुछ सुनने को तैयार नहीं हैं, अगर इस देश को इंसाफ मिल पा रहा है तो कोर्ट के कारण.”
उन्होंने कहा,” चुनाव आयोग, देश और प्रदेश की सरकार को मेरी बात का संज्ञान लेना चाहिए कि हमारे जैसे लोगों को मार देने से देश का उद्धार होने वाला नहीं है. हमें मारने की भूमिका तैयार कर ली गई है. रामपुर में कर्फ्यू लगाकर मतगणना कराने की भूमिका तैयार कर ली गई है.” उन्होंने कहा,”हमारा वोट तो नहीं रोका जा सका लेकिन हमारे वोटों की गिनती को प्रभावित करने के लिए रामपुर का प्रशासन जो भूमिका तैयार कर रहा है उसमें मेरी सुनिश्चित जानकारी ये है कि एडीएम जिन्हें डीएम साहब लेकर आए हैं उन्होंने पुलिस में शिकायत दी है जिसमें मेरे से जान का खतरा बताया गया है.”
आजम ने कहा,”ये पेशबंदी है अधिकारियों की मुझे मारने के लिए. पहले यही होता था… कि अमुक से हमें खतरा है. पहले चार-पांच बार थाने में दरखास्त दी जाती थी और फिर उसे मार दिया जाता था. रामपुर का प्रशासन यही कर रहा है, मुझे मारने और मेरी गिनती को प्रभावित करने के लिए.” आजम का आरोप है कि प्रशासन ने उको समर्थन करने वाले 77 हजार परिवारों को वोट नहीं डालने दिया. उन्होंने कहा कि प्रशासन ने ऐसा माहौल बना दिया कि मुस्लिम इलाकों में डर के मारे मुसलमान वोट डालने के लिए नहीं निकला और हमारे लोग एजेंट तक बनने के लिए नहीं पहुंचे